ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 14 सितंबर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष ने आज एक बार फिर सदन से वॉकआउट किया। वॉकआउट से पहले विपक्ष ने सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही जोरदार हंगामा भी किया। विपक्ष ने ये हंगामा और वॉकआउट कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर को कुल्लू एसपी ऑफिस में कोरोना के नाम पर डिटेन करने और सुंदर ठाकुर के होटल में कथित तौर पर सरकार के इशारों पर हुड़दंग मचाने के मामले में किया। विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सदन की बैठक आरंभ होते ही विधायक सुंदर ठाकुर को कोरोना के नाम पर डिटेन करने और उनके होटल परिसर में हुड़दंग मचाने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सुंदर ठाकुर ने कुल्लू एसपी ऑफिस में धरना दे रखा था लेकिन इसी दौरान वहां एक पुलिस कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के नाम पर पुलिस अधीक्षक ने पूरे एसपी ऑफिस को ही कंटेनमेंट जोन अपने स्तर पर घोषित कर दिया। जबकि कानूनन वे ऐसा नहीं कर सकते। क्योंकि कंटेनमेंट जोन घोषित करने की शक्तियां सिर्फ डीसी के पास है।
इसी दौरान विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया और दोनों तरफ से खूब शोरगुल हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने इस दौरान दोनों पक्षों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर खड़े होकर शोरगुल और नारेबाजी करते रहे तथा बाद में पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर सदन से वॉकआउट कर बाहर चला गया।
कुल्लू में सारा प्रकरण सरकार के इशारे पर, होटल परिसर को तोड़ने का षड्यंत्र : अग्निहोत्री
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कुल्लू के एसपी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि कुल्लू में सारा प्रकरण सरकार के इशारे पर हुआ है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि सरकार सुंदर ठाकुर के होटल परिसर को तोड़ने का षड्यंत्र रच रही है जबकि ये मामला अदालत में विचाराधीन है। अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर विधायक संस्थान के अनादर का आरोप लगाया और कहा कि सरकार का ये रवैया उचित नहीं है।
एसपी ऑफिस में धरना देने की इजाजत नहीं, विधायक ने कानूनन गलत किया : जयराम
इस बीच विपक्ष के वॉकआउट के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में कहा कि विधायक सुंदर ठाकुर के होटल में अतिक्रमण का मामला अदालत में लंबित है। उन्होंने कहा कि एसपी ऑफिस में धरना देने की किसी को इजाजत नहीं है लेकिन विधायक ने ऐसा किया जो कानूनन गलत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सारे मामले में कोई कोताही नहीं बरती गई है और कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है। इसके बावजूद विपक्ष इस मामले को अनावश्यक रूप से राजनीतिक तूल दे रहा है। उन्होंने विपक्ष के व्यवहार की निंदा की और कहा कि इस सारे मामले में जांच की जा रही है तथा रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई होगी।