शिमला (निस) :
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को फिर से पंख लग गए हैं। विश्व पर्यटन स्थल कुल्लू घाटी और कांगड़ा के बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग सहित अन्य गतिविधियों पर लगा प्रतिबंध हट गया है। इन दोनों ही जिलों के जिला प्रशासनों ने साहसिक गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है। ये फैसला स्थानीय स्तर पर इन साहसिक खेलों को लेकर बनाई गई मानिटरिंग कमेटियों की रिपोर्ट आने के बाद लिया गया है। इन दोनों ही जिलों में बीते दिनों साहसिक खेल गतिविधियों के दौरान हुई दुर्घटनाओं के मद्देनजर इन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। कुल्लू जिला में राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों पर दो महीने पहले हाईकोर्ट ने प्रतिबंध लगाया था। अब इस प्रतिबंध के हट जाने से इन गतिविधियों से जुड़े लोग जहां खुश हैं वहीं घाटी में देशभर से घूमने आ रहे पर्यटक भी अब इन साहसिक खेलों का आसानी से आनंद ले सकेंगे। कुल्लू घाटी में साहसिक खेल गतिविधियों पर प्रतिबंध हटते ही आज जहां नदियों में पर्यटकों ने दिन भर राफ्टिंग का खूब आनंद लिया वहीं पैरा ग्लाइडरों ने भी खूब उड़ानें भरी। जिला प्रशासन ने राफ्टिंग के लिए बबेली से वैष्णो मंदिर तक रायसन से बंदरोल और शमसी से झीड़ी तक की साइटों को मंजूरी दी है। कांगड़ा के उपायुक्त निपुण जिंदल ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि अब जिला बीड़ बिलिंग और इंद्रूनाग में सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में पैराग्लाइडिंग होगी।