ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 31 जुलाई
हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद प्रदेश भाजपा में तकरार बढ़ गई है। मंत्री की झंडी के लिए जद्दोजहद कर रहे पार्टी के 5 विधायक बीती रात शिमला में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में मौजूद नहीं हुए। स्पष्ट है कि मंत्री पद के चाहवान ये विधायक सरकार से खासे नाराज हैं और आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा प्रदेश भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश कश्यप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल न होने वाले इन विधायकों में प्रदेश सरकार में चीफ व्हिप नरेंद्र बरागटा, पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल, रमेश ध्वाला, विक्रम जरियाल और नरेंद्र ठाकुर शामिल हैं। हालांकि प्रदेश भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने भाजपा में किसी भी तरह की गुटबाजी से इनकार किया है।
‘हमीरपुर और चंबा को नहीं किया नजरअंदाज’
सुरेश कश्यप ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक ठाक है और मंत्रिमंडल विस्तार पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार विमर्श के बाद ही किया गया है। उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार में हमीरपुर और चंबा को नजरअंदाज किए जाने से भी इनकार किया और कहा कि इन दोनों जिलों को पहले से केंद्र तथा प्रदेश सरकार में प्रतिनिधित्व हासिल है। सुरेश कश्यप ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक में अधिकांश विधायक मौजूद रहे तथा केवल कुछ ही विधायक इस बैठक में निजी कारणों से नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि पार्टी में नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है और सभी मिलकर आगे बढ़ेंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी त्रिलोक जम्वाल और भाजपा मीडिया के सह प्रभारी कर्ण नंदा भी इस मौके पर मौजूद रहे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह पार्टी संगठन में कोई बदलाव नहीं करेंगे तथा इसमें कुछ नए चेहरे जरूर जोड़े जा सकते हैं।
‘सरकार का सहयोग करे कांग्रेस’
भाजपा अध्यक्ष ने इस दौरान विपक्षी दल कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि वह कोरोना काल में सरकार का सहयोग करने के बजाए लगातार विरोध कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी और कहा कि पूरा देश व प्रदेश इस समय कोरोना से लड़ रहा है इसलिए कांग्रेस को भी इसमें सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कोरोना फंड के दुरुपयोग के कांग्रेस के आरोपों को भी गलत करार दिया और कहा कि सरकार के पास इस फंड के खर्च का पूरा हिसाब मौजूद है।