शिमला, 12 सितंबर (निस)
सशस्त्र पुलिस एवं प्रशिक्षण मुख्यालय को शिमला से पालमपुर स्थानांतरित किया जाएगा और पुलिस विभाग के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए उप-महानिरीक्षक इनटेलिजेंस का पद धर्मशाला से संचालित किया जायेगा। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में परिविक्षाधीन पुलिस उप-अधीक्षक के 12वें बैच और उप-निरीक्षक के आठवें बैच की पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता करते हुए कही। जयराम ठाकुर ने कहा कि युवा पुलिस अधिकारियों को समाज व युवा पीढ़ी के लिए आदर्श बन कर उभरना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को पुलिस से बहुत अपेक्षाएं हैं और प्रत्येक पुलिस कर्मी को लोगों की उम्मीदों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है, जहां हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का व्यवहार आदरपूर्वक होना चाहिए ताकि वे राज्य के ब्रांड अम्बेसडर बनकर उभरें।
जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व में पुलिस का कार्य लोगों के प्रति अपराध की रोकथाम, अपराधियों को सजा देना होता था, लेकिन समाज के विस्तारीकरण से पुलिस के सामने नई चुनौतियां आई हैं। उन्होंने कहा कि विकासात्मक व कल्याणकारी गतिविधियां सफलतापूर्वक तभी पहुंचाई जा सकती हैं जब कानून एवं व्यवस्था की नींव मजबूत हो। उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति प्रशासन की कार्यप्रणाली और ढांचे को प्रभावित करती हैं, इसके अतिरिक्त बड़े सामाजिक और राजनीतिक बदलाव पर भी प्रभाव डालती है।
मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय में बेहतर आधारभूत संरचना के विकास और सुदृढ़ीकरण के लिए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह को आगामी पांच वर्षों के लिए प्रति वर्ष 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नूरपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय (एएसपी) खोलने की भी घोषणा की। जयराम ठाकुर ने 1.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रशिक्षु आवासीय भवन का भी उद्घाटन किया।