शिमला, 10 नवंबर (हप्र)
प्रसिद्ध वादक और पद्मश्री सम्मानित मुसाफिर राम भारद्वाज का आज निधन हो गया। वह चंबा जिले के भरमौर उपमंडल के संचुई गांव के निवासी थे। 2014 में उन्हें भारत के नागरिक पुरस्कारों में चौथे सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से नवाजा गया था। मुसाफिर राम भारद्वाज का हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति और वाद्य संस्कृति को बढ़ावा देने में अहम योगदान रहा, जिसके लिए उन्हें यह सम्मान मिला। मुसाफिर राम भारद्वाज पारंपरिक वाद्य यंत्र ‘पौण माता’ में विशेष रूप से पारंगत थे। उनके योगदान को पारंपरिक संगीत और हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर में हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पद्मश्री मुसाफिर राम भारद्वाज के निधन पर गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।