शिमला, 9 फरवरी (निस)
सीमेंट उद्योगों में कामगारों के शोषण के मुद्दे की पड़ताल के मद्देनजर उद्योग विभाग हरकत में आ गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशों पर उद्योग विभाग ने पहली मर्तबा सीमेंट कारखानों में कामगारों के शोषण की जांच के मकसद से जांच अभियान चलाया है। अभियान 3 दिनों तक चलेगी। जांच अभियान के दौरान सीमेंट कारखानों में पर्यावरणीय मानकों की अवहेलना के मसले की भी जांच होगी। सरकार ने सीमेंट कारखानों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। उद्योग विभाग के निदेशक राकेश प्रजापति भी शामिल है। कमेटी प्रदेश में स्थित अंबूजा, अल्ट्रा टैक , सीसीआई व एसीसी सीमेंट संयंत्रों सहित अन्य कारखानों की भी जांच करेगी। जांच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि क्या सीमेंट कारखाने उन्हें दी गई खनन लीज के मुताबिक ही खनन गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं अथवा इनकी अवहेलना की जा रही है। सीमेंट कारखानों में ट्रक यूनियनों के उठाए गए मसलों को भी देखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीते रोज बीएमएस के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की बैठक के दौरान सीमेंट कारखानों में कामगारों के शोषण का मुद्दा भी गूंजा था। साथ ही अन्य उद्योगों में श्रमिकों और दूसरे अन्य कामगारों का कंपनियां शोषण की शिकायतें सरकार को मिल रही थी।