शिमला, 4 नवंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला में मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बैठक कर सभी संबंधित विभागों की कार्य प्रणाली की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के अन्तिम व्यक्ति तक विकास के लाभ पहुंचाने के लिए निरन्तर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने अनेक कल्याणकारी नीतियां और फ्लैगशिप कार्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने मंत्रिमंडल सदस्यों को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वे स्वयं इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम शुरू किया है ताकि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोग लाभान्वित हो सकें। उन्होंने मंत्रिमंडलीय सदस्यों को इस कार्यक्रम के तहत लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिर्वतन के ध्येय के साथ शुरू हुई प्रदेश को आत्मनिर्भर राज्य बनाने की संकल्पना को साकार करने की दिशा में सभी को समावेशी प्रयास करने की आवश्यकता है। राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार ने ठोस प्रयास किए हैं जिसके धरातल पर परिणाम देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ सुदृढ़ हो रही है।
उन्होंने कहा कि समाज के वंचित वर्गों को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए प्रदेश सरकार राज्य के संसाधनों का समुचित व संतुलित उपयोग सुनिश्चित कर रही है।
सरकार राज्य के और प्रदेश के लोगों के हितों की रक्षा करते हुए प्रदेश को समृद्धि के पथ पर अग्रसर करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के सदस्यों को जनहित की दिशा में विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन कल्याण को सर्वोच्च अधिमान देते हुए विकासात्मक परियोजनाओं और योजनाओं की सफलता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास करना नितांत आवश्यक है। बैठक में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी उपस्थित रहे।
बड़सर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मिलीं कई सौगातें
हमीरपुर(निस) : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को बड़सर विधानसभा क्षेत्र के बिझड़ी में लोक निर्माण विभाग के नए उपमंडल कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि नए उपमंडल कार्यालय के खुलने से डढवाल क्षेत्र में सड़कों के रख-रखाव में सुधार होगा। अब तक बड़सर उपमंडल पर 600 किमी. सड़कों के रख-रखाव का कार्यभार था लेकिन अब बिझडी में नया कार्यालय खुलने से लोक निर्माण विभाग ज्यादा प्रभावी तरीके से कार्य करने में सक्षम होगा। मुख्यमंत्री ने 3.19 करोड़ से निर्मित 12 किलोमीटर लंबी बड़सर-शाहतलाई सड़क के सुदृढ़ीकरण कार्य का भी लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने 24 किमी लंबे सलौणी-दियोटिसद्ध सड़क मार्ग के उन्नयन/विस्तारीकरण की आधारशिला भी रखी। इस कार्य पर 26.32 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। इस अवसर पर विधायक सुरेश कुमार, कैप्टन रंजीत सिंह राणा, पूर्व विधायक मंजीत डोगरा, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, अध्यक्ष एपीएमसी हमीरपुर अजय शर्मा, हमीरपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमन भारती, कांग्रेस नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा, सुभाष डढवालिया, विवेक कुमार, नादौन कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कैप्टन (सेवानिवृत्त) पृथ्वीचंद, उपायुक्तआबिद हुसैन सादिक, अमरजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, भगत सिंह और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
हिमाचल 2027 तक बन जाएगा आत्मनिर्भर
नादौन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश को 2027 तक आत्मनिर्भर और 2032 तक देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक बनाना है। इस अवसर पर विधायक रंजीत सिंह, केसीसी बैंक चेयरमैन कुलदीप पठानिया के अलावा डीसी अमरजीत सिंह, एसपी भगत सिंह वएसडीएम राकेश कुमार मौजूद रहे।
हिमाचल मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें तेज
शिमला (हप्र) : हिमाचल प्रदेश के सुक्खू मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें फिर तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बीते दिनों डोडरा क्वार प्रवास के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले हाईकमान की अंतिम अनुमति का इंतजार है। मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलों के बीच मंत्री पद की दौड़ में शामिल विधायकों की भी दौड़ शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के करीबी सीपीएस संजय अवस्थी का नाम भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल लोगों में शामिल है। हालांकि राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों को अधिमान मिल सकता है। कांगड़ा जिला से लंबे समय से मंत्री पद एवं मुख्य सचेतक पद के लिए संजय रत्न का नाम आगे आता रहा है। इसके अलावा यदि किसी महिला विधायक को मंत्री बनाने की बात भी चल रही है। इसमें मुख्यमंत्री की पत्नी व देहरा से विधायक कमलेश ठाकुर को स्थान मिल सकता है। मंडी से चुनाव जीते कांग्रेस के एक मात्र विधायक चंद्रशेखर की भी नाम आ रहा है।