शिमला, 8 फरवरी (निस)
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि विकासात्मक बजट के अन्तर्गत वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 9405.41 करोड़ रुपये के परिव्यय प्रस्तावित किए गए हैं। वह आज शिमला में आगामी वित्त वर्ष के लिए विधायकों की प्राथमिकता बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक प्राथमिकता बैठकें अत्यन्त महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि इनके माध्यम से निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी विकासात्मक प्राथमिकताओं को सरकार के समक्ष रखने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के अन्तर्गत विधायक प्राथमिकताओं के लिए वर्ष 2020-21 में 926.24 करोड़ रुपये की 251 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इस धनराशि में से 565.52 करोड़ रुपये सड़कों व पुलों के निर्माण जबकि 360.72 करोड़ रुपये लघु सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं के लिए मंजूर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पूर्व सरकार के पहले तीन वर्ष के कार्यकाल में वार्षिक योजना आकार के लिए 13,300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जबकि वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी तीन वर्ष की अवधि में 21,300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार विधायक प्राथमिकताओं पर सर्वाधिक ध्यान देगी। विधायक प्राथमिकताओं के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। विधायकों की प्राथमिकताओं के लिए आज पहले सत्र में चम्बा, सिरमौर और ऊना जिलों के विधायकों के साथ बैठक आयोजित की गई।
चंबा जिला के भरमौर के विधायक जियालाल कपूर ने क्षेत्र की कठिन भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए पांगी में जल शक्ति मंडल खोलने का आग्रह किया। चंबा के विधायक पवन नैयर ने होली-चंबा सड़क को डबल लेन के रूप में स्तरोन्नत करने, चंबा में मिनी सचिवालय के निर्माण और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए रज्जु मार्ग के निर्माण की मांग की। भटियात के विधायक बिक्रम जरयाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
जिला सिरमौर के पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने राजगढ़ क्षेत्र को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने व राजगढ़ में आईपीएच मंडल खोलने का आग्रह किया। नाहन के विधायक डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि नाहन विधानसभा क्षेत्र के लिए सीआरएफ के अंतर्गत तीन पुल स्वीकृत किए जाने चाहिए। श्री रेणुकाजी के विधायक विनय कुमार ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन की दृष्टिगत विकसित किया जाना चाहिए। शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चैहान ने अपने विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों में और स्टाफ तैनात करने की मांग की।
जिला ऊना के चिन्तपूर्णी के विधायक बलबीर सिंह ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चिन्तपूर्णी मन्दिर के सौन्दर्यीकरण की मांग उठाई। गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर ने आग्रह किया कि नाबार्ड के अन्तर्गत जलापूर्ति योजनाओं के सम्वर्द्धन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने के कार्य में तेजी लाई जाए। नेता प्रतिपक्ष एवं हरोली के विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने विधायक प्राथमिकताओं के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को समयबद्ध पूरा करने पर विशेष बल देने का आग्रह किया। ऊना के विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि बसोली गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शीघ्र किया जाना चाहिए।