शिमला, 27 जून (हप्र)
हिमाचल प्रदेश के बद्दी बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र में भूजल प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। भूतल से 30 से 80 मीटर की गहराई में यह प्रदूषण पाया गया है। हिमाचल प्रदेश कोर्ट ने आईआईटी मंडी द्वारा इस क्षेत्र में तैयार की गई भूजल प्रदूषण से जुड़ी रिपोर्ट को देखने के बाद पाया कि प्राकृतिक और औद्योगिक, दोनों प्रकार के स्रोतों से उत्पन्न होने वाले भूजल में भारी धातुओं और जियोजेनिक यूरेनियम के तत्व पाए गए हैं। इस तरह जल में कार्सिनोजेनिक रसायनों की उपस्थिति से मानवीय स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो गया है।
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एम एस रामचंद्र राव और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिए कि बद्दी बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र में इस चिंताजनक भूजल प्रदूषण से निपटने के लिए प्रस्तावित कार्रवाई स्टेट्स रिपोर्ट के माध्यम से कोर्ट के समक्ष रखी जाए।
कोर्ट ने बीबीएनडीए को भी उक्त रिपोर्ट पर अपनी कार्रवाई से कोर्ट को अवगत कराने के आदेश दिए। मामले पर अगली सुनवाई 16 जुलाई को होगी।