रामपुर बुशहर (निस) :
महीने भर से बारिश के इंतज़ार में बैठे किसान और बागवानों को सूखे से तो राहत नहीं मिली, लेकिन ओलावृष्टि ने उनकी कमर ज़रूर तोड़ डाली। लंबे समय से बारिश की जरूरत थी, सूखे के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो रही थी। लगातार सूखा पड़ने से गुठलीदार फल व सेब और अन्य फलों के अलावा नकदी फसलों को भी मध्यम व निचले क्षेत्रों में काफी नुकसान पहुंच चुका था। लेकिन जैसे ही मौसम का मिजाज बदला तो लोगों के चेहरों पर उम्मीद की किरणें दिखने लगी थी कि उन्हें सूखे से निजात मिलने वाली है। लेकिन मौसम के बदला मिजाज किन्नौर व रामपुर उपमंडल के कई क्षेत्रों में किसानों व बागवानों के लिए राहत नहीं आफत लेकर आया। बारिश के साथ कई जगह पर ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी। हालांकि ओलावृष्टि से नुकसान की अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।