शिमला, 23 अप्रैल (निस)
हिमाचल प्रदेश में अप्रैल महीने में बर्फबारी ने पिछले 20 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राज्य के जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इस दौरान जहां रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई यहीं ये बर्फबारी प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मनाली और नारकंडा तक भी पहुंची। किन्नौर जिला के कल्पा में तीन दिनों के दौरान 70 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। इसी दौरान केलांग में भी 2 फुट से अधिक ताजा बर्फबारी हुई। यही नहीं राजधानी शिमला में भी बीते 24 घंटों के दौरान हुई 83 मिलीमीटर वर्षा ने 42 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले 1979 में शिमला में अप्रैल महीने में एक दिन में इतनी वर्षा हुई थी। प्रदेश में हुई इस बेमौसमी बर्फबारी और ओलावृष्टि से कृषि और बागवानी को भारी नुकसान हुआ है। हिमपात और वर्षा के चलते राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों और एक स्टेट हाईवे सहित 247 संपर्क सड़कें बंद हैं।
जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बीते 4 दिनों तक हुई भारी बर्फबारी और राज्य के निचले क्षेत्रों में व्यापक वर्षा से प्रदेश में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जनजातीय जिला लाहौल स्पिति में बेमौसमी बर्फबारी के चलते सभी सड़कें अवरुद्ध हैं और तारें टूटने से बिजली तथा संचार सेवाएं भी बाधित हैं। केलांग में इस दौरान 2 फुट से अधिक बर्फबारी हुई है। किन्नौर जिला में भी भारी बर्फबारी व वर्षा और रल्ली के पास फिर से ग्लेशियर आने से हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग सहित अधिकांश सड़कें बंद हैं। चंबा जिला की पांगी घाटी का चौथे दिन भी शेष विश्व सं संपर्क कटा हुआ है। इस बीच प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नारकंडा और मनाली में भी आज हिमपात हुआ। हिमपात के चलते नारकंडा और खड़ा पत्थर में कई घंटे यातायात बाधित रहा। कुल्लू जिला में भी मनाली से आगे बर्फबारी के चलते यातायात में बाधा आई।
संजौली में 7 मंजिला मकान ढहा, जानी नुकसान नहीं
राजधानी शिमला के संजौली में भारी बारिश के कारण आज एक 7 मंजिला भवन गिरकर ध्वस्त हो गया। इस भवन की नींव पिछले रोज ही क्षतिग्रस्त हो गयी थी जिसके बाद भवन को खाली कर दिया गया था। आज सुबह भवन जमीदोंज हो गयां। इसमें किसी भी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। आसपास के भवनों को भी हल्का नुकसान हुआ है। भवन में एक निजी स्कूल चलता था लेकिन कोविड के कारण स्कूल बंद था जिस वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। भारी बारिश और बर्फवारी के कारण प्रदेश में दर्जनों सड़कें बन्द हो गई है और जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त है।