शिमला/सोलन, 28 जून (हप्र)
Himachal Weather Alert: मानसून की पहली बारिश ने हिमाचल में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। बीती रात हुई बारिश से शिमला शहर में जगह -जगह नुकसान की सूचना मिली है। मल्याणा-सुराला सड़क पर नाले के पास पार्क तीन वाहन नाले में आए मलबे में दब गए। जगह -जगह कुछ और वाहनों के दबे होने की भी सूचना है।
उधर, कुनिहार को नालागढ़ से जोड़ने वाला गंभर पुल भारी बारिश के बाद बीती रात फिर वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। 10.30 बजे से 1 बजे तक भारी बारिश के चलते गंभर पुल पर रात को भारी मलबा आ गया और पानी के तेज बहाव के कारण पुल की नींव खोखली हो गई, जिससे पुल के गिरने का खतरा बना हुआ है।
हाईवे पर मलबा आने के बाद करीब 8 घंटे तक मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा। सुबह करीब 9 बजे हाईवे को बहाल किया जा सका, लेकिन अभी भी नाले से मलबा आ रहा है। इसके चलते हाईवे बार-बार बंद हो रहा है और गंभर पुल भी खतरे की जद में आ गया है।
लोनिवि के सहायक अभियंता जीएन शर्मा ने बताया कि विभाग ने सुबह के समय ही क्षेत्र की बंद सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया था।
उधर, मौसम विभाग का अलर्ट है कि अगले 72 घंटों में बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन में एक-दो स्थानों पर गरज और बिजली के साथ भारी बारिश की संभावना है व एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है।
भूस्खलन से वाहनों की आवाजाही रुकी
खड़ामुख होली मार्ग पर सुहागा नामक स्थान के समीप सुबह करीब सात बजे भूस्खलन हो गया। इसके चलते वाहनों की आवाजाही थम गई। इस दौरान एक ट्रक गुजर रहा था। गनीमत यह रही कि ज्यादा मलबा ना गिरा अन्यथा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो सकता था। मामले की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को बहाल किया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही करीब तीन घंटे बाद शुरू हुई।
शिमला में एमसी के दावों की पोल खुली
शिमला शहर में जगह जगह नालों से मलबा आने से एमसी के दावों की पोल खुल गई है। शहर के नालों से जहां कूड़ा कर्कट और मलबा सड़क पर आकर बिखर गया है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज सुबह के वक्त कामकाजी लोगों और स्कूली बच्चों को भी स्कूल पहुंचने में परेशानी हुई।
कुनिहार में पेयजल संकट
वीरवार रात हुई भारी बारिश से कुनिहार क्षेत्र के लिए पेयजल आपूर्ति करनी वाली जाबलू पेयजल योजना की पहली स्टेज पर भारी मिटी व गाद भरने से पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई है। हालांकि विभाग के कर्मचारी टैंकों को जाने वाली कुहलो से गाड़ मिट्टी हटा रहे हैं, परंतु दो दिनों तक क्षेत्र में पेय जल आपूर्ति बाधित रहेगी। सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग प्रवेश ठाकुर ने बताया कि पेयजल आपूर्ति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।