शिमला, 19 नवंबर (हप्र)
सेली हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के अप फ्रंट प्रीमियम के मुद्दे पर हिमाचल भवन को अटैच करने के मामले में सियासत गरमा गई है। भाजपा कांग्रेस सरकार को घेरने में जुट गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल तथा सांसद सुरेश कश्यप ने इस मुद्दे पर मंगलवार को सरकार पर जोरदार हमला बोला।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के सम्मान का प्रतीक कहे जाने वाले हिमाचल भवन को कुर्क करने के आदेश हो गए हैं। प्रदेश के लिए इससे अधिक शर्मशार करने वाली स्थिति क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के हाइड्रो प्रोजेक्ट व राज्य को बर्बाद कर दिया है। पूरे देश के हाइड्रो पावर का एक चौथाई बिजली उत्पादन हिमाचल प्रदेश में होता है जिसे और बढ़ाया जा सकता है। लेकिन हर दिन सरकार अपनी तानाशाही से कोई न कोई अव्यवहारिक नियम लाकर बिजली उत्पादन की संभावना को खत्म कर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विगत 22-23 महीनों से कांग्रेस पार्टी की सरकार काबिज है और आए दिन नये-नये कीर्तिमान यह सरकार बना रही है।
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने इस सरकार की कार्यप्रणाली पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाते हुए दिल्ली में स्थित हिमाचल भवन व इसकी सम्पति को अटैच करने के निर्देश दिए हैं। डॉ बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में कभी ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता कि किसी देनदारी के भुगतान के लिए उच्च न्यायालय ने आदेश किए और सरकार ने वो भुगतान न किया हो जिसके कारण एक बहुत बड़ा धब्बा हिमाचल प्रदेश की सरकार व हिमाचल प्रदेश की जनता के पर लगाने का काम प्रदेश सरकार ने किया है। वहीं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल भवन को अटैच करने का फैसला हाईकोर्ट से आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए इससे अधिक शर्मनाक बात कोई नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इस मामले में अदालत ने प्रधान सचिव बिजली को फैक्ट फाइंडिंग जांच कर उन अधिकारियों का पता लगाने के आदेश भी दिए हैं जिनकी वजह से बिजली कंपनी की रकम अदालत के आदेशों के बाद भी जमा नहीं करायी गई। वहीं सांसद राजीव भारद्वाज ने कहा कि एक के बाद एक हिमाचल प्रदेश की पूरे देश में किरकिरी हो रही है।
मित्रहित में आकंठ डूबी हिमाचल सरकार : अनुराग
हमीरपुर (निस) : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को हिमाचल भवन को कुर्क करने के आदेश को कांग्रेस सरकार का निकम्मापन बताते हुए इसे कांग्रेस की कार्यपद्धति पर काला धब्बा बताया। अनुराग ने कहा कि जनहित की बजाय मित्रहित में आकंठ डूबी हिमाचल की कांग्रेस सरकार आए दिन अपने निकम्मेपन से देवभूमि के मान-सम्मान को धूमिल कर रही है।