शिमला, 20 नवंबर(हप्र)
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार भ्रष्टाचार, घोटाला और कुव्यवस्था की प्रतीक बन गई है। कांग्रेस सरकार के घोटाले और काले कारनामे इस हद तक निचले स्तर पर पहुँच गए हैं कि हिमाचल प्रदेश की धरोहरों की भी कुर्की की नौबत आ गई है। दिल्ली के मंडी हाउस स्थित हिमाचल प्रदेश के गौरव हिमाचल भवन की कुर्की का आदेश हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट को देना पड़ा है क्योंकि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने सेली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी को बकाये के 64 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया। इतना ही नहीं, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अंतर्गत आने वाले राज्य के धरोहर 18 होटलों को भी बंद करने का आदेश हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट को देना पड़ा है। ये हिमाचल की कांग्रेस सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन और उनके घोटालों का ही साइड इफेक्ट है। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में इससे शर्मनाक वाकया कुछ और नहीं हो सकता।
नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार को सेली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी लिमिटेड के पैसे हाई कोर्ट में जमा कराने थे, लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज सैकड़ों करोड़ रुपए तक बढ़ गया। नड्डा ने पूछा कि क्या कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने अपनी आँखों पर काली पट्टी बांध रखी थी?
नड्डा ने कहा कि वास्तव में ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस सरकार अपने चहेतों में इन होटलों का बंदरबांट करना चाहती है। यह शंका जताई जा रही है कि कांग्रेस की सुक्खू सरकार, एचपीटीडीसी के 18 होटलों को अपने दोस्तों को लीज पर देगी। यह सभी इतने प्रीमियम और प्राइम होटल हैं, जिनकी एंट्री टिकट से ही साल की 2 से 3 लाख रुपए की कमाई हो जाती है। अगर एचपीटीडीसी अपनी इतनी अहम और बड़ी संपत्ति को छोड़ देगी, तो कांग्रेस के वे मित्र, जिन्हें कैबिनेट में स्थान और चेयरमैन पद का सम्मान नहीं दिया जा सका, उन लोगों को यह संपत्ति लीज पर देकर उनको खुश कैसे किया जाएगा। नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। हर तरफ लूट, अराजकता और घोटालों की बू आ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सुक्खू सरकार को सत्ता में एक मिनट भी रहने का कोई अधिकार नहीं है।