शिमला, 25 सितंबर (निस)
केन्द्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि देश ने कोरोना महामारी के दौरान चुनौतियों भरे समय का सामना किया लेकिन अब देश कोरोना महामारी से उबरने के रास्ते पर है और फिर से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। पीयूष गोयल आज शिमला में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत कर रहे थे। गोयल ने कहा कि देश में जब कोरोना महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्राथमिकता देशवासियों को इस महामारी से सुरक्षित रखना थी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी हिस्सा लिया और योजना के कई लाभार्थियों से उन्होंने भी बातचीत की।
पीयूष गोयल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर वर्ग का उत्थान, कल्याण और विकास सुनिश्चित करना है। इस दौरान उन्होंने जिला कांगड़ा की गुड्डी देवी, जिला शिमला के डोडरा-क्वार की निशा देवी, जिला चम्बा की ऊषा देवी, जिला हमीरपुर की सरोज कुमारी, जिला मण्डी की चुड़ामणी और जिला बिलासपुर की कृष्णा देवी से संवाद किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। हिमाचल प्रदेश में 643 करोड़ रुपये का निःशुल्क खाद्य वितरण किया गया है।
अंत्योदय दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पना
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि अन्तोदय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पना थी और उनकी इस परिकल्पना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साकार किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को 10,000 मीट्रिक टन गेहूं का आटा और 7000 मीट्रिक टन चावल प्रदान किए गए हैं।