हमीरपुर, 11 मई (निस)
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्रा राव ने शनिवार को भोरंज में सिविल कोर्ट के भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जस्टिस एमएस रामचंद्रा राव ने कहा कि आम लोगों को न्याय सुलभ बनाने के लिए हाईकोर्ट प्रदेश में न्यायिक व्यवस्था के लिए एक सुदृढ़ ढांचा विकसित करने पर विशेष रूप से फोकस कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट में भी यह सामने आया है कि हमारे देश में कई न्यायिक परिसर दशकों पुराने भवनों में ही चल रहे हैं। इसके अलावा हाल ही के वर्षों में न्यायालयों का व्यापक विस्तार भी हुआ है। इसलिए न्यायिक व्यवस्था में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में हाईकोर्ट तत्परता के साथ कार्य कर रहा है। इसके लिए जस्टिस विवेक सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में गठित बिल्डिंग कमेटी विभिन्न जिलों में जमीन उपलब्ध होते ही आधुनिक न्यायिक परिसरों के निर्माण को मंजूरी प्रदान कर रही है। मुख्य न्यायाधीश ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों से न्यायिक परिसरों के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध करवाने की प्रक्रि याओं को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने की अपील भी की। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट और जिला न्यायालयों में ई-फाइलिंग सिस्टम शुरू कर दिया गया है और अभी तक लगभग 68 हजार केसों की ई-फाइलिंग हो चुकी है। न्यायालयों में आनलाइन पेमेंट की सुविधा भी आरंभ की गई है। प्रदेश के कई जिलों में वर्चुअल कोर्ट भी शुरू किए गए हैं। इस अवसर पर जस्टिस सुशील कुकरेजा ने कहा कि हमीरपुर जिले की न्यायिक व्यवस्था के इतिहास पर प्रकाश डाला और भोरंज में न्यायिक परिसर हेतु भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया के लिए प्रशासन का धन्यवाद किया। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायधीश विकास भारद्वाज ने अपने ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और अन्य न्यायाधीशों का स्वागत किया।