शिमला, 21 अप्रैल (निस)
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने हिमाचल प्रदेश में ललित कलाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि युवाओं को इस दिशा में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। राज्यपाल आज जवाहर लाल नेहरू राजकीय ललित कला महाविद्यालय चौड़ा मैदान शिमला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। राज्यपाल ने विद्यार्थियों के प्रदर्शन पर सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि ललित कला महाविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में सदियों से विभिन्न प्रकार की शिक्षा पद्धतियों का विकास हुआ है, लेकिन ललित कलाओं विशेषकर संगीत में हमने दुनिया को एक संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि युवा कलाकारों को अधिक प्रोत्साहन प्रदान करने की जरूरत है। राज्यपाल ने महाविद्यालय पत्रिका कला दर्शन के पहले संस्करण का विमोचन भी किया। महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. मीना शर्मा ने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने पिछले दो वर्षों के दौरान महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों और उपलब्धियों का भी विवरण दिया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही महाविद्यालय का नया परिसर बन कर तैयार होगा।