कपिल बस्सी/निस
हमीरपुर, 5 मार्च
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को जिला मुख्यालय में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से बहुत फेमस है। हिमाचल प्रदेश में यदि पर्यटन को उद्योग व्यापार को आगे बढ़ाना है और यदि प्रदेश में ज्यादा कैपिटल इन्वेस्टमेंट लाना है तो इंफ्रास्ट्रक्चर को और ज्यादा बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पानी बिजली की कोई कमी नहीं है लेकिन बेहतर सड़कें यहां की प्रमुख जरूरत है। इस जरूरत को समझते हुए 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने प्रमुख रूप से हिमाचल प्रदेश के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या कई गुना बढ़ाई थी। आज हम हमीरपुर में 4000 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुई सड़क परियोजना का लोकार्पण कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि 2024 के खत्म होने से पहले हिमाचल प्रदेश के अंदर एक लाख करोड़ रुपए की लागत से सड़कों का कायाकल्प हो जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह ने गडकरी के समक्ष रखीं मांगें
लोक निर्माण और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को दोसड़का के पुलिस मैदान में आयोजित प्रदेश भर के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य सड़क परियोजनाओं एवं पुलों तथा बिजली महादेव रोपवे के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत और आभार व्यक्त किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष कुछ मांगें भी रखीं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बरसात के मौसम में प्रदेश भर में सड़कों को हुए भारी नुकसान का केंद्रीय मंत्री ने स्वयं निरीक्षण किया था तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से मदद का आश्वासन दिया था। विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने इस संबंध में सभी औपचारिकताएं पूरी करके सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिए हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इनकी धनराशि तुरंत जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के कुछ हिस्सों को टू लेन ही रखा गया है। इस पूरे हाईवे को फोरलेन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर और कुल्लू को जोड़ने के लिए भूभू जोत टनल का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।
हमीरपुर के लिए बनेगा 17 किलोमीटर लंबा बाईपास
नितिन गडकरी ने कहा कि अनुराग सिंह ठाकुर की मांग के अनुरूप हमीरपुर के बाईपास बनाने के लिए विभाग को डीपीआर बनाने के आदेश दिए जा रहे हैं और यह काम भी जल्दी ही शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने शिमला-बिलासपुर-कांगड़ा-मटौर सड़कमार्ग को पूरी तरह फोरलेन बनाने का वादा किया। सीआरएफ और सेतु मंडल परियोजना के तहत हिमाचल प्रदेश को अतिरिक्त 150 करोड़ रुपए भी यहां में मंजूर किये। हमीरपुर बाईपास बनाने के विषय में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 740 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस बाईपास की लंबाई 17 किलोमीटर होगी जिसको 2025 तक पूरा कर दिया जाएगा। पंजाब हिमाचल सीमा के साथ-साथ नादौन अम्ब और ऊना तक फोरलेन मार्ग का निर्माण 1700 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। दिसंबर 2024 तक इस कार्य की डीपीआर बन जाएगी और इसके तुरंत बाद यह काम शुरू होगा। पठानकोट से मंडी तक 12000 करोड़ रुपए की लागत से फोरलेन मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।