ज्ञान ठाकुर/ निस
शिमला, 11 अगस्त
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले किन्नौर में बुधवार को एक बार फिर पहाड़ दरकने से भीषण हादसा हुआ। भूस्खलन की इस घटना में शाम तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि 13 लोगों को मलबे से निकाल िलया गया। घटना में 60 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक दोपहर लगभग 12 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर निगुलसेरी के पास थाच नाला नामक स्थान पर भूस्खलन हुआ। पहाड़ से भारी भरकम चट्टानें अचानक खिसकना शुरू हो गयीं। राज्य पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस, एक ट्रक और कई छोटे वाहन इन चट्टानों की चपेट में आ गये। बस के चालक और परिचालक ने इस दौरान छलांग लगाकर जान बचा ली। बस किन्नौर के मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। रिकांगपिओ अखबार लेकर जा रही एक टाटा सूमो भी भूस्खलन की चपेट में आ गयी। इसमें 8 लोग सवार थे। गत 26 जुलाई को भी किन्नौर में भूस्खलन की चपेट में आकर 9 लोग मारे गये थे।
पत्थर गिरने से बचाव कार्य में भी बाधा : हादसे की सूचना मिलते ही किन्नौर जिला प्रशासन के साथ-साथ आईटीबीपी और सेना के जवान भी बचाव कार्य में हाथ बंटाने के लिए मौके पर पहुंच गये। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी पहुंचीं। किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि बचाव कार्य रात भर चलेगा। हालांकि, पहाड़ से गिर रहे पत्थरों के कारण इसमें लगातार बाधा आयी। राहत कार्य में मदद के लिए हरियाणा और उत्तराखंड से हेलीकॉप्टर भी मंगवाए गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की। मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
घायलों को भावनगर और रामपुर स्थित खनेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में ऊना जिले के प्रशांत और वरुण मेनन, सुजानपुर के राजेंद्र, किन्नौर के निचार से दौलत, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से चरणजीत सिंह, बस चालक मोहिंद्र पाल, कंडक्टर गुलाब सिंह, नेपाल निवासी स्वीन शर्मा, रामपुर के बौंडा गांव निवासी जप्पी देवी, पूह तहसील के ज्ञाबुंग के चंद्रज्ञान, रामपुर के बौंडा गांव के अरुण, निजी बस के कंडक्टर अनिल और मूरंग का कलजांग नेगी शामिल हैं।
हादसे में मारे गये लोगों में रामपुर के क्यो गांव के रोहित, सुजानपुर के झोल गांव के विजय कुमार, तारंडा की मीरा देवी, निचार के सुमरा गांव की नीतीशा, पूह के लाबरंग गांव की प्रेम कुमारी, सोलन के रतिकलू धार की कमलेश कुमारी, सांगला के सपनी गांव की वंशुका, ज्ञान दासी और निचार के पालिंगी गांव के देवीचंद शामिल हैं।