शिमला, 11 दिसंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में पुलिस कर्मियों की मांगों को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी दल कांग्रेस ने वेतन विसंगतियों के चलते पुलिस कर्मियों में फैले रोष के मुद्दे को बैठक आरंभ होते ही सदन में जोर-शोर से उठाया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष को नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दे रखा था। विपक्ष की मांग थी कि प्रश्नकाल को स्थगित कर तुरंत इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाए, क्योंकि यह मुद्दा प्रदेश की सुरक्षा और पुलिस बल में अनुशासन से जुड़ा है। लेकिन स्थगन प्रस्ताव को अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने निरस्त कर दिया। इससे नाराज विपक्ष ने सदन और सदन के बीचों-बीच हंगामा किया और बाद में सदन से वाॅकआउट कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों ने पुलिस कर्मियों में व्याप्त असंतोष के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में मामला उठाते हुए प्रश्नकाल से पहले नियम 67 के तहत इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन में कहा कि कांग्रेस सदस्यों जगत सिंह नेगी, मुकेश अग्निहोत्री, नंद लाल और मोहन लाल ब्राक्टा की तरफ से उन्हें स्थगन प्रस्ताव मिला है। विपिन परमार ने कहा कि सोमवार 13 दिसंबर को इसी मुद्दे पर स्थगित तारांकित प्रश्न भी लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सदस्य अनुपूरक प्रश्न भी 13 दिसंबर को पूछ सकते हैं।