शिमला, 13 अक्तूबर(हप्र)
हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार में हिमाचल की सुक्खू सरकार की भूमिका के बाद हुई फजियत से बचने के लिए खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तरह तरह की बहनाएबाजी पर उतर आए हैं। बिंदल नव आज शिमला में कहा कि सुक्खू का यह कहना कि भाजपा ने 5000 करोड़ का बोझ हिमाचल की जनता पर लाद दिया और 1500 संस्थान खोल दिए, सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान, स्कूल, हस्पताल, कॉलेज, पीएचसी, पटवार सर्कल और बीडीओ के दफ्तर सब विकास के और जन सेवा के माध्यम है। अगर इससे जनता पर पैसे का बोझ पड़ता है तो वह सच में किसी भी सरकार को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने 70 साल के इतिहास में 1500 के लगभग संस्थान बंद कर बहुत बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है। उन्होंने कहा कि ये कहना सरासर गलत है कि यह इसलिए बंद किए क्यूंकि इन संस्थानों को चलाने के लिए सरकार के पास धन नहीं है। उन्होंने कहा कि वस्तुस्थिति इसके बिलकुल भिन्न है। कांग्रेस के पास अपने मित्रों को धन देने के लिए कोई कमी नहीं है। गैरकानूनी तौर पर सीपीएस लगाने हो, उनके लिए व्यवस्था करनी हो, उसके लिए धन की कमी नहीं है, परंतु संस्थान चलाने के नाम पर धन की कमी आड़े आ रही है।
उन्होंने कहा कि सुक्खू ने 2200 करोड़ प्रदेश के खजाने में आने की बात की है। ये आमदनी ट्रकों, बसों, जीप, गाड़ी, ट्रैक्टर और पानी की स्कीमों के रूप में डीजल पर 7 रुपये लीटर का वैट लगाकर बसूला गया और अब उस पैसे को सूक्खु अपनी आमदनी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार गरीब की जेब में से पैसा निकालने के लिए पानी, बिलजी पर टैक्स लगा रही है।
स्टांप ड्यूटी और डिपो के राशन के दाम बढ़ा दिए गए हैं। बिजली की सब्सिडी खत्म कर दी गई है। इसके बावजूद विकास के नाम पर सुक्खू सरकार शून्य है।