बीबीएन, 5 दिसंबर (निस )
तीन राज्यों के गत्ता संचालकों की संयुक्त बैठक में पेपर मिलों की लगातार मनमानी व गत्ते के रेट उद्योगों की ओर से न बढ़ाए जाने पर गत्ता उद्योग बंद करने का फैसला लिया गया है। सोमवार से तीन दिन तक लगातार उद्योग बंद रहेंगे और अगर गत्ते के डिब्बे के रेट उद्योगपतियों ने नहीं बढ़ाए और पेपर मिलों ने अपनी मनमानी पर रोक नहीं लगाई तो यह बंद और आगे तक जा सकता है। पंजाब, हरियाणा व हिमाचल के गत्ता उद्योग के संचालकों की पंचकूला में एक संयुक्त बैठक में हुई, जिसमें पेपर मिलों की मनमानी पर दु:खी हो कर गत्ता संचालकों ने अपने उद्योग बंद करने का फैसला लिया। पिछले चार माह में पेपर मिलों ने अपने पेपर के दाम 40 फीसदी अधिक बढ़ा दिये है, ऐसे में गत्ता उद्योगपतियों को अपने कारोबार चलाना एक घाटे का सौदा साबित हो रहा है। हिमाचल के अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने कहा कि पंजाब हरियाणा व हिमाचल में करीब 12 हजार उद्योग हैं, जिसमें पचास हजार के करीब लोगों को रोजी-रोटी मिल रही है। बैठक में सौ से अधिक उद्योगपतियों ने भाग लिया। बद्दी इकाई के प्रधान हेमराज चौधरी ने सभी गत्ता संचालकों से एकजुट होकर अपने गत्ते के डिब्बे के दाम बढ़ाने की बात कही। कालाअंब इकाई के प्रधान अंकुर गोयल ने कहा कि सभी को एक साथ चलना होगा तभी पेपर मिलों की मनमानी पर रोक लगेगी। पंजाब राज्य के रोहित नय्यर ने भी तीनों राज्यों को एकजुट होने की बात कही।