बीबीएन, 22 सितंबर (निस)
नालागढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बैठक, संगठन की अध्यक्ष अर्चना त्यागी की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में विद्युत दरों में की गई बढ़ोतरी पर जमकर हंगामा हुआ। इस ज्वलंत मुद्दे पर हर किसी ने अपनी जमकर भड़ास निकाली और कहा कि आखिर प्रदेश सरकार राज्य के उद्योगों को उजाड़ने पर क्यों तुली हुई है जबकि यह रोजगार देने में सबसे आगे है।
नालागढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की अध्यक्ष अर्चना त्यागी, महासचिव अनिल शर्मा व संरक्षक रामगोपाल अग्रवाल कहा कि इस समय जब उद्योग पहले से ही घाटे और कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो सरकार को क्या जरूरत थी पावर टैरिफ में बढ़ोतरी करने की। एक रुपये प्रति यूनिट बिजली बढ़ाए जाने से हिमाचल में कारखाने चलाने मुश्किल हो जाएंगे और और उद्योगों का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा।
इस स्थिति में पड़ोसी राज्य उद्योगों को लुभा सकते हैं, जब बिजली दरें अब उन राज्यों के करीब हैं। त्यागी ने कहा कि पंजाब में बिजली के रेट हिमाचल से कम है। हिमाचलियों को मुश्किल से मिलने वाला रोजगार प्रभावित हो सकता है। इस कीमत पर प्रदेश में राजस्व पैदा नहीं किया जा सकता कि किसी को टैक्स के चक्कर में पूरी तरह बर्बाद करके जिंदा नहीं रखा जा सकता।
नालागढ़ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने कहा कि हम सरकार को याद दिलाना चाहेंगे कि प्रारंभ में जब इस बीबीएन क्षेत्र में उद्योग स्थापित किए गए थे, तो सरकार की ओर से एक प्रतिबद्धता थी कि वे बेहतर बुनियादी ढांचा, सड़क सहित बुनियादी सुविधाएं प्रदान करेंगे।
बैठक में आरजी अग्रवाल संरक्षक, अनिल कुमार शर्मा महासचिव, संजीव अग्रवाल, संरक्षक रवि निरंकारी, आशिमा जैन, बीएस ठाकुर, सुनील तमवार, करणजीव अरोड़ा, राजेंद्र सिंह, मानिंद सांख्यान, अजय शर्मा, शमशेर सिंह, सुमन सैनी, भवानी शंकर नायक, अजय कौंडल और अन्य सदस्यों ने मीटिंग में भाग लिया।