रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 29 सितंबर
करनाल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पांच विधानसभा सीटों में से घरौंडा विधानसभा सीट पर सबकी नजर लगी हुई है, इस सीट पर भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। दोनों ही पार्टियों के कोर वोटर स्थिर बने हुए हैं, लेकिन जाट वोटरों के रुख ने सीट पर राजनीतिक समीकरणों को उलझाकर रख दिया है। इसके चलते सीट काफी अहम हो चुकी हैं, पार्टियां माइक्रो स्तर पर जाकर चुनाव लड़ रही हैं।
विधानसभा सीट पर भाजपा ने लगातार 2 बार विधायक रहे हरविंद्र कल्याण को तीसरी बार टिकट दी है जबकि कांग्रेस ने वीरेंद्र राठौर को मैदान में उतारा है। भाजपा को विधानसभा क्षेत्र में 10 साल में करवाये गए विकासात्मक कामों के चलते तीसरी बार जीत का विश्वास हैं।
घोघड़ीपुर वासी विनोद कुमार, उंचा समाना से निशांत ने बताया कि हरविंद्र कल्याण ने विधायक रहते हुए शुगर मिल करनाल में
नये प्लांट का नवीनीकरण, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मेडिकल यूनिवर्सिटी कुटेल निर्माणाधीन, घरौंडा को उपमंडल का दर्जा दिलाना, नये बस अड्डे का निर्माण, 15 गांवों के ग्रामीण व किसान दिक्कत में थे, रेलवे से जमीन लेकर अंडरपास व सड़क बनवाना, अराईंपुरा में एनसीसी अकादमी का निर्माण, 2 आईटीआई का निर्माण, घरौंडा में नया गर्ल्स स्कूल, पांच नयी पीएचसी, सीएचसी व हेल्थ सेंटर, बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में मजबूत तटबंधों का निर्माण, मधुबन पक्का पुल निर्माणाधीन, रिंग रोड निर्माणाधीन आदि करवाए गए।
सूत्रों की मानें तो इस बार सीट पर जाट वोटर निर्णायक भूमिका में हैं, जो हार-जीत का समीकरण बिगाड़ने में अहम भूमिका अदा करेंगे। जाट वोटर साइलेंट बना हुआ है, जो राजनीतिक रूप से मजबूत माना जाता है।
इस बार जाट मतदाताओं के अंदर बेचैनी देखी जा रही है, क्योंकि सीट पर कांग्रेस की टिकट पर कई मजबूत जाट चेहरे चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिलने से वे खामोश हो गए।
उनके समर्थक किस ओर रुख करेंगे, कह पाना मुश्किल बना हुआ है। यही वजह है कि जाट वोटरों पर सबकी नजर बनी हुई है। भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और बड़े जाट नेता संजीव बाल्यान ने भाजपा प्रत्याशी हरविंद्र कल्याण के पक्ष में जाट बहुल गांव गगसीना में वोटों की अपील की।
जाट मतदाताओं का बदला हुआ रुख हार-जीत के समीकरणों को उलझा रहा है। वहीं, यमुना बेल्ट क्षेत्र में बाढ़ग्रस्त इलाकों में हरविंद्र कल्याण द्वारा किए गए कामों को काफी सराहा गया, रात-रात भर राहत कार्यों में जुटे रहे। इससे इलाके में कल्याण का प्रभाव बढ़ा है। पिछले विधानसभा चुनाव के परिणामों की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी हरविंद्र कल्याण को करीब 67, 209 वोट जबकि कांग्रेस के अनिल राणा को करीब 49, 802 वोट हासिल हुए थे। जजपा को 13709, बसपा को 5456 ओर इनेलो को 2841 वोट हासिल हुए थे।