करनाल, 20 अक्तूबर (हप्र)
नयी अनाजमंडी करनाल में कमर्शियल वाहनों में पीआर धान व 1509 धान लाने वाले किसानों की एंट्री बंद कर दी हैं, उनके गेट पास जारी नहीं किए जाएगे।
मंडियों में कमर्शियल वाहनों में किसी भी वेरायटी का धान न आ सकें, इसके लिए प्रशासन ने प्रशासनिक अधिकारियों की पूरी फौज को फील्ड में उतार दिया हैं ताकि मंडी में धान खरीद में फर्जीवाड़ा न हो सकें। अधिकारियों को करनाल, यूपी बार्डर पर लगते मंगलौरा में निगरानी के लिए बैठाया गया है।
यही नहीं जो किसान ट्रैक्टर -ट्रॉलियों में धान लेकर आ रहा है, उसके ओरिजनल आधार कार्ड मांगे जा रहे है, इसके बिना भी मंडी में एंट्री को बैन कर दी। प्रशासन द्वारा जारी किए गए नए फरमानों से किसानों को मंडियों में धान बेचने के लिए कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
उधर मंडी प्रशासन ने एक आढ़ती का लाइसेंस 7 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया, क्योंकि आढ़ती ने कमर्शियल वाहन में आई करीब 20 क्विंटल धान को उतरवा लिया था। प्रशासन के फरमानों से आढ़तियों व किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।
खिजराबाद में कट रहे गेट पास
प्रशासन द्वारा करनाल मंडी में धान खरीद में कड़ाई बरती जाने से करनाल की टाउनशिप के बाहर से लायी धान के गेट पास खिजराबाद मंडी में काटे गए। प्रशासन द्वारा वेरीफिकेशन में लापरवाही करने वाले 2 पटवारी व एक कानूनगों को जिला प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। उधर मामला बढ़ने पर खिजराबाद मंडी सचिव ऋषिराज ने गेट पास कटवाने को लेकर जांच बैठा दी। मंडी सचिव ने बताया कि मामले की जांच 2-4 दिन में हो जाएगी।
किसानों को परेशान किया जा रहा: रजनीश चौधरी
पंचायत नयी अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रजनीश चौधरी ने बताया कि प्रशासन को अपने ही पोर्टल पर भरोसा नहीं है। किसानों को प्रशासन नजायज परेशान कर रहा हैं, किसानों को मंडियों से भगाया जा रहा हैं।
एसडीएम अभिनव मेहता ने बताया कि वेरिफिकेशन करके ही मंडी में धान की एंट्री करवाई जा रही हैं ताकि गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे। मंडी सचिव जितेंद्र ने बताया कि कमर्शियल वाहनों में आए धान की एंट्री बंद है।