यमुनानगर, 25 जुलाई (हप्र)
यमुना पहाड़ी इलाकों में निकलकर सबसे पहले यमुनानगर में मैदानी इलाके में पहुंचती है। यहां 22 से अधिक स्थानों पर इसमें जहरीला व गंदा पानी डाला जाता है जिससे यमुना में रहने वाले जीव-जंतुओं की प्रजातियां भी नष्ट होने लगी हैं। यमुनानगर में जहां यमुना के साथ-साथ वेस्टर्न यमुना कैनाल निकलती है और इसके साथ डिच ड्रेन बनाई गई है ताकि यमुना में साफ पानी जाए, लेकिन कई फैक्ट्रियों का जहरीला पानी इसमें बिना शुद्ध किए गिराया जा रहा है। नगर निगम के नाले भी बिना ट्रीट किए डाले जा रहे हैं। यमुना को हरियाणा सरकार के ही कई विभाग दूषित कर रहे हैं। जन स्वास्थ्य विभाग एवं ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। यमुनानगर के हमीदा में वेस्टर्न यमुना में जहां जहरीला पानी डाला जा रहा है वहीं इसके किनारे कूड़े के ढेर लगे हैं। जमीअत उलमा हरियाणा के सचिव अली हसन मजाहीरि का कहना है कि पानी को साफ रखने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए।
रिपोर्ट आने के बाद दिये जाएंगे नोटिस
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर निर्मल कुमार का कहना है कि उन्होंने 22 स्थान चिन्हित किए हैं जहां गंदा पानी वेस्टर्न यमुना कैनाल में जा रहा है। इन 22 स्थानों से सैंपल भी लिए हैं और उनकी जानकारी के मुताबिक यह सभी सैंपल फेल हैं। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद सभी विभागों व व्यक्तियों को नोटिस दिए जाएंगे। बता दें कि नमामि गंगे की तर्ज पर यमुना को भी शुद्ध किया जाना है।