करनाल, 22 अगस्त (हप्र)
करनाल के हाईप्रोफाइल गैंगरेप मामले में नया मोड़ आ गया है। अदालत ने कल हनी ट्रैप के आरोप में गिरफ्तार की गई महिला का पुलिस रिमांड देने से इनकार करते हुए महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गौरतलब है कि करीब डेढ़ महीने से लटके इस हाईप्रोफाईल गैंगरेप मामले में करनाल के एक नामी स्कूल के संचालक और मौजूदा तहसीलदार के अलावा एक महिला भी आरोपी है। इस मामले में दो एसआईटी गठित हैं, लेकिन आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में नया मोड़ उस समय आया है जब कल करनाल पुलिस ने महिला और उसके पति को ही गिरफ्तार कर लिया। महिला और इसके पति पर आरोप है कि वह रेप केस को खत्म करने के लिए 6 लाख रुपये ले चुके थे और सवा सात लाख रुपये और लेने आये थे।
डीसीपी राजीव कुमार ने मीडिया को बताया कि आरोपी स्कूल संचालक अजय भाटिया ने पुलिस को कल शिकायत दी थी कि महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। इसके बाद पुलिस दल ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि महिला को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड मांगा जाएगा और 6 लाख की राशि बरामद की जाएगी। डीएसपी ने कहा कि इस प्रकरण में अब तक 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। एक एफआईआर महिला की ओर से है और ब्लैकमेलिंग के दो मामले स्कूल संचालक ने महिला पर दर्ज करवा रखे हैं।
आज जब महिला को कोर्ट में पेश किया गया तो पुलिस जांच अधिकारी बचाव पक्ष के सवालों में उलझ गये। गिरफ्तार की गई महिला के वकीलों ने कोर्ट को बताया कि पुलिस 6 लाख रुपये रिकवर करने के लिए कल ही उसे कुरुक्षेत्र ले जा चुकी है और कुछ भी बरामद नहीं हुआ। वकीलों ने पुलिस जांच अधिकारी से सवाल किया कि रंगे हाथ गिरफ्तारी के समय नोटों पर पाउडर लगाया जाता है, पुलिस ने कल जो सवा सात लाख रिकवर किए हैं, क्या उन पर पाउडर लगाया गया था। इस सवाल का भी पुलिस अधिकारी संतोषजनक जबाव नहीं दे पाए। इसके बाद अदालत ने महिला का पुलिस रिमांड देने से इनकार कर दिया।
वकीलों ने बताया कि पति पत्नी की गिरफ्तारी पुलिस और आरोपियों की मिलीभगत से हुआ एक नाटक है ताकि पीड़िता पर दबाव बनाकर उसके द्वारा दर्ज करवाए गये रेप केस को खत्म करवाया जा सके। महिला ने कहा कि उसने कोई धन नहीं लिया है। आरोप लग रहे हैं कि जिले के एक विधायक का बेटा आरोपी स्कूल संचालक को बचाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाये हुए है।