करनाल, 1 जून (हप्र)
जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय गुजरात में भोजन पोषण ओर उद्यमिता के लिए डिजिटल बागवानी के प्रतिमान और गतिशीलता पर 3 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय था डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से बागवानी में कैसे परिवर्तन हो रहा है। सम्मेलन में कृषि विश्वविद्यालय जूनागढ़ गुजरात द्वारा महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय (एमएचयू) करनाल के कुलपति डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा को उनकी कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान, शिक्षा एवम प्रसार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए ओर विभिन्न पदों पर काम करते हुए की गई महत्वपूर्ण उपब्धियों अचीवर्स अवार्ड 2024 देकर सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार हर साल उन जाने माने प्रोफेशनल को दिया जाता हैं, जो कृषि के क्षेत्र ओर बागवानी के क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियों को छूते हुए कुलपति के पद तक पहुंचे हों। यह पुरस्कार खोज समिति की अनुशंसा के आधार पर प्रतिवर्ष दिया जाता है।
कुलपति डॉ. सुरेश ने बताया कि डिजिटल टेक्नोलॉजी में विभिन्न मुद्दों जैसे कृषिजन एग्रीकल्चर, जिसमें सेंसर, ड्रोन, उपग्रह की इमेज का प्रयोग करते हुए बागवानी के क्षेत्र में उत्पादन, गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कैसे समुचित प्रयोग किया जा सकता है, जिससे वातावरण पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े और बागवानी के क्षेत्र में वेस्ट को कम किया जाए और फसलों को खराब होने से कैसे बचाया जा सके। सम्मेलन में इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई ओर इन सभी का समाधान भी बताया।