नयी दिल्ली, 1 अप्रैल (एजेंसी)
अभिनेता रजनीकांत को भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बृहस्पतिवार को बताया कि रजनीकांत को वर्ष 2019 के लिए यह पुरस्कार 3 मई को दिया जाएगा। यह घोषणा ऐसे समय की गई है, जब 6 अप्रैल को तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं। रजनीकांत (70) तमिलनाडु में रहते हैं और वहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रजनीकांत को बधाई देते हुए सिनेमा में योगदान के लिए उनकी सराहना की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘कई पीढ़ियों के बीच लोकप्रिय, ऐसा शानदार काम करने वाले जो बहुत कम लोग ही कर पाते हैं, विविध भूमिकाएं करने वाले और एक बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी… ऐसे हैं रजनीकांत जी। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि थलाइवा को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें बधाई।’ रजनीकांत ने मोदी के ट्वीट का उत्तर देते हुए कहा, ‘माननीय एवं प्रिय नरेंद्र मोदी जी, मैं आपकी शुभकामनाओं और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए बहुत आभारी हूं और बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं आपका और भारत सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’
1975 में शुरू की पारी
रजनीकांत ने 1975 में तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने बिल्लू, मुथु, बाशहा, शिवाजी और एंथीरन जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उन्होंने हम, अंधा कानून, भगवान दादा, आतंक ही आतंक और चालबाज जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी अभिनय किया। गौरतलब है कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था। वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कर अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था।
बस चालक दोस्त ने पहचानी थी प्रतिभा
रजनीकांत ने अपनी यात्रा में भागीदार बने लोगों को यह पुरस्कार समर्पित किया। उन्होंने कहा, ‘मैं यह पुरस्कार अपने दोस्त एवं बस चालक राज बहादुर, जिसने मेरी अभिनय की प्रतिभा को पहचाना और मुझे प्रोत्साहित किया, मेरे बड़े भाई सत्यनारायण राव गायकवाड़ जिन्होंने गरीबी से लड़ते हुए मुझे अभिनेता बनाने के लिए बहुत बलिदान दिए और मेरे गुरु के. बालाचंद्र को समर्पित करता हूं जिन्होंने इस रजनीकांत को बनाया। यह पुरस्कार निर्माताओं, निर्देशकों, वितरकों, थियेटर मालिकों, मीडिया, तमिल जनता को भी समर्पित करता हूं, जिन्होंने मुझे यह जीवन, दुनिया भर में मेरे प्रशंसक दिए।’
राजनीति से यू-टर्न
रजनीकांत ने 2017 में घोषणा की थी कि वह राजनीतिक पार्टी बनाएंगे और तमिलनाडु में 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। मार्च 2020 में उन्होंने कहा कि वह कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते। बहरहाल कुछ महीने के अंदर ही उन्होंने ऐलान किया कि जनवरी 2021 में पार्टी बनाएंगे, लेकिन दिसंबर में एक बार फिर यू-टर्न लेते हुए कहा कि खराब स्वास्थ्य के कारण वह राजनीति में नहीं आएंगे। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पुरस्कार की घोषणा किए जाने के बारे में पूछे गये सवाल पर केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा, ‘यह फिल्म जगत से जुड़ा पुरस्कार है और रजनीकांत 50 साल से काम कर रहे हैं… उचित सवाल पूछा जाना चाहिए।’