नयी दिल्ली, 26 सितंबर (एजेंसी)
जानी-मानी अभिनेत्री वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च पुरस्कार है। भारत की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक मानी जाने वाली वहीदा रहमान ने ‘प्यासा’, ‘सीआईडी’, ‘गाइड’, ‘कागज के फूल’, ‘खामोशी’ और ‘त्रिशूल’ समेत कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया। वहीदा रहमान (85) ने 1955 में तेलुगु फिल्मों ‘रोजुलु मारायी’ और ‘जयसिम्हा’ से अभिनय के क्षेत्र में पदार्पण किया। उन्होंने 1956 में ‘सीआईडी’ फिल्म के जरिए हिंदी सिनेमा में कदम रखा। उन्हें ‘रेशमा और शेरा’ (1971) में उत्कृष्ट अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें पद्म श्री और पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। अनुराग ठाकुर ने सोशल मीडिया मंच के जरिए कहा कि जब संसद ने ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया है, तो ऐसे में इस पुरस्कार से नवाजा जाना और भी उपयुक्त है। उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें बधाई देता हूं और उनके उस उत्कृष्ट कार्य के प्रति विनम्रतापूर्वक सम्मान व्यक्त करता हूं जो हमारे फिल्म इतिहास का एक अहम हिस्सा है।’ वहीदा रहमान ने 2021 में रिलीज हुई ‘स्केटर गर्ल’ फिल्म में आखिरी बार अभिनय किया था।
‘देव आनंद के जन्मदिन पर दोगुनी हुई खुशी’ अभिनेत्री वहीदा रहमान ने पुरस्कार के ऐलान के बाद कहा, ‘यह मेरे लिए दोहरी खुशी की बात है क्योंकि यह घोषणा ‘गाइड’ फिल्म में उनके साथी कलाकार देव आनंद की 100वीं जयंती के मौके पर की गई है। रहमान ने गुरु दत्त की 1956 में आई फिल्म ‘सीआईडी’ में देव आनंद के साथ अपने करिअर की शुरुआत की और उनके साथ ‘प्रेम पुजारी’ और ‘सोलहवां साल’ सहित कई अन्य फिल्मों में अभिनय किया। देव आनंद को याद करते हुए वहीदा ने कहा, मुझे लगता है, तोहफा उनको मिलना था, मुझे मिल गया। उन्होंने कहा, ‘मैं इन दिनों काम नहीं कर रही हूं। मुझे कभी किसी पुरस्कार की उम्मीद नहीं थी।’
भारतीय सिनेमा में वहीदा के सफर की अमिट छाप : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘बड़ी खुशी है कि वहीदा रहमान जी को दादा साहब फाल्के लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार के लिए चुना गया है। भारतीय सिनेमा में उनके सफर ने अमिट छाप छोड़ी है। उन्हें बधाई।’