कुमार गौरव अजीतेन्दु
जॉब ढूंढ़ना केवल युवावस्था का काम नहीं है बल्कि इसकी तैयारी किशोरावस्था से ही शुरू कर दी जानी चाहिए। अपनी रुचि, क्षमता और दुनिया में बन रहे नये अवसरों को ध्यान में रख कर काम करने से हमेशा सफलता मिलती है। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही सेक्टर्स के बारे में जो आने वाले समय में नौकरियों की संभावनाओं से भरपूर रहने वाले हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के बारे में हम प्रौद्योगिकी उद्योग में खूब सुनते हैं। अब काफी चीजें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निर्भर हो गई हैं। इस सेक्टर में जॉब की भी हमेशा भरमार रहती है। इंटरनेशनल एजेंसी गार्टर की रिपोर्ट बताती है कि आने वाले समय में 40 प्रतिशत काम इस तकनीक के माध्यम से ही होगा। इसमें मशीन लर्निंग सहित रोबोटिक साइंस जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स करने के लिए कंप्यूटर और गणित विषय अनिवार्य हैं। इंजीनियरिंग के छात्र एआई टेक्नोलॉजी के माध्यम से सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स, रोबोटिक्स, प्रोग्रामिंग, गेमिंग क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं।
एमबीए
मैनेजर लेवल की जॉब जिनका सपना हो, उनके लिए एमबीए जैसी बिजनेस डिग्री आज के समय में काफी फायदेमंद होती है। एमबीए कोर्स की डिग्री करिअर की ग्रोथ और फाइनेंशियल प्राप्तियों के लिए बहुत सारे मौके देती है और फिर चाहे आप टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, फाइनेंस, मार्केटिंग या मैन्यूफैक्चरिंग में ही जॉब क्यों न करते हों। आज के समय में अनेक बड़े-बड़े बिजनेस और कंपनियां लॉन्च हो रही हैं, जिस वजह से इस फील्ड में जॉब के अवसरों की कमी नहीं है। एमबीए प्रोग्राम करने वाले कैंडिडेट के पास ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, मार्केटिंग, स्टैटिस्टिक्स, इंटरनेशनल बिजनेस, टेक्नोलॉजी एंड इनफॉर्मेशन सिस्टम, इकोनॉमिक्स और फाइनांस आदि में खूब अच्छे मौके बन जाते हैं।
सॉफ्टवेयर डेवेलपर
बढ़ते डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के कारण हमारे देश में भी सॉफ्टवेयर डेवेलपर की मांग बढ़ती जा रही है। इसकी सैलरी भी काफी अच्छी-खासी होती है। सॉफ्टवेयर डेवेलपर कंप्यूटर या विनिर्माण के लिए काम करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने में उनकी प्रमुख भूमिका होती है, जैसे कि कंप्यूटर प्रोग्राम डिजाइन करना, सॉफ्टवेयर बनाना, सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट करना आदि। सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम इस क्षेत्र या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त करना है। विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे जावा, सी, सी प्लस प्लस, पायथन, जावा स्क्रिप्ट इत्यादि पर भी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। अगर आपमें बढ़िया कम्युनिकेशन स्किल और टीमवर्क करने की क्षमता है तो आप इस क्षेत्र में सफल हो सकते हैं।
बिग डाटा इंजीनियर
कंप्यूटर, स्मार्ट फ़ोन, इंटरनेट और सेंसरी इक्विपमेंट पर भारी मात्रा में डाटा होता है लेकिन वह बिखरा हुआ रहता है। एक बिग डाटा इंजीनियर इस बिखरे हुए डाटा को एनालिसिस और स्ट्रक्चर्ड करने का काम करता है। जॉन ग्राउंट को स्टैटिस्टिकल डाटा एनालिसिस करने वाले पहले व्यक्ति होने का श्रेय प्राप्त है। बिग डाटा इंजीनियर के पास सॉफ्टवेयर सिस्टम डिज़ाइन करने से लेकर डाटा साइंटिस्ट के साथ सहयोग और कोऑर्डिनेट करने तक की जिम्मेदारियां होती हैं। यही लोग डाटा माइनिंग भी करते हैं। डाटा साइंस या डाटा इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन कर के आप इस सेक्टर में कदम रख सकते हैं।
साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट
आज के युग में डिजिटल सुरक्षा एक बेहद महत्वपूर्ण चुनौती है। इसलिए कुशल साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स की मांग भी बढ़ रही है। साइबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए सभी देशों ने अलग-अलग कानून बनाया है। हैकिंग और ब्लैकमेलिंग, स्टॉकिंग, कॉपीराइट, क्रेडिट कार्ड चोरी, फ्रॉड, पोर्नोग्राफी जैसे इंटरनेट के माध्यम से किए जाने वाले सभी अपराधों की शिकायतें दर्ज करने के लिए स्पेशल पुलिस स्टेशन भी खुले हैं। साइबर सिक्योरिटी के फील्ड में आप भी करिअर बनाना चाहते हैं तो साइंस से 12वीं पास करने के बाद कंप्यूटर साइंस में बीटेक/एमटेक जैसे कोर्स कर सकते हैं। नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनियर, सिक्योरिटी एनालिस्ट, साइबर लॉयर, जैसे कई आकर्षक करिअर विकल्प आपको साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में मिलते हैं। साइबर लॉ के लिए कोर्स करना चाहें तो बीटेक एलएलबी, बीए एलएलबी, साइबर लॉ स्पेशलाइजेशन आदि कर सकते हैं।