मुंबई, 10 सितंबर (एजेंसी)
मुंबई के बीएमसी अधिकारियों द्वारा अभिन्ोत्री कंगना रणौत के कार्यालय के कुछ हिस्सों को गिराने के एक दिन बाद, अभिनेत्री ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर ‘सत्ता के दुरुपयोग ‘ का आरोप लगाते हुए कई ट्वीट किए, जिसमें राज्य सरकार को एक ‘मिलावटी सरकार’ कहकर मराठी संस्कृति को याद करने की नसीहत दी गई। शिवसेना नीत बीएमसी ने बुधवार को अभिनेत्री के बांद्रा स्थित बंगले में किए गए कुछ अवैध निर्माण को तोड़ दिया था। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने बाद में प्रक्रिया पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
‘गलत भाषा’ इस्तेमाल पर कंगना के खिलाफ शिकायत
मुंबई : अभिनेत्री कंगना रणौत के खिलाफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए कथित तौर पर गलत भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है।अधिकारी ने बताया कि शहर के एक वकील की शिकायत के आधार पर कंगना के खिलाफ विक्रोली पुलिस थाने में बुधवार को गैर-संज्ञेय अपराध दर्ज किया गया। उन्होंने कहा, ‘वकील ने अपनी शिकायत में कहा कि अभिनेत्री ने मुख्यमंत्री के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल किया और अपने फेसबुक अकाउंट पर वह वीडियो अपलोड किया।’ ज़ोन 7 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) वी. प्रशांत कदम ने कहा, ‘एनसी दर्ज करने के बाद हमने शिकायतकर्ता से अदालत का रुख करनेे को कहा है। कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है।’
गलत मंशा नहीं : बीएमसी
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बृहस्पतिवार को बंबई हाईकोर्ट में इनकार किया कि उसने किसी गलत मंशा से अभिनेत्री कंगना रणौत के बंगले में ‘अवैध’ निर्माण को ढहाने की कार्रवाई की। रणौत ने उपनगर बांद्रा के पाली हिल में अपने बंगले के अवैध निर्माण को ढहाने की बीएमसी की कार्रवाई को चुनौती दी है। मामले में बीएमसी ने एक हलफनामा दाखिल किया है।
राज्यपाल नाखुश
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कंगना रणौत मामले से निपटने के तरीके को लेकर अप्रसन्नता जतायी है। इसके साथ ही ‘अवैध निर्माण’ को गिराने के मुंबई नगर निकाय के तरीके से भी वह नाखुश हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि बुधवार को जिस समय बीएमसी की कार्रवाई चल रही थी, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुख्य सलाहकार अजॉय मेहता को तलब करके अपनी नाराजगी जताई।
प्रोड्यूसर्स ने की निंदा
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष टीपी अग्रवाल ने कहा,‘सरकार या बीएमसी की कार्रवाई की निंदा की जानी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कभी नहीं होता है कि आप एक दिन में नोटिस देकर किसी संपत्ति को गिरा देते हैं … अगर कंगना का घर अवैध ढंग से बना है तो उसे ध्वस्त कर दिया जाए, लेकिन, केवल कंगना ही क्यों? पूरे मुंबई में कई अनधिकृत निर्माण हैं। उन्हें भी तोड़ दो।’
उन्होंने ट्वीट किये
- ‘जिस विचारधारा पर श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया, आज शिवसेना से सोनिया सेना बनकर उसने सत्ता के लिए वह विचारधारा बेच दी है। जो गुंडे मेरी पीठ के पीछे मेरे घर को तोड़ते हैं, उन्हें नागरिक निकाय न कहें । संविधान का अपमान ना करें।
- ‘आपके पिता के अच्छे कर्म आपको धन दे सकते हैं, लेकिन आपको सम्मान अर्जित करना होगा, आप मेरा मुंह बंद कर देंगे, लेकिन मेरी आवाज मेरे बाद सौ करोड़ लोगों में गूंज उठेगी, आप कितने मुंह बंद करेंगे?’ आप कितनी आवाजें दबाएंगे? कब तक आप सच्चाई से दूर भागेंगे, आप वंशवाद के एक उदाहरण के अलावा और कुछ नहीं हैं।’
- ‘मेरे कई मराठी दोस्त कल फोन पर रो रहे थे। कुछ ने मुझे मदद के लिए कई संपर्क दिए। कुछ लोग घर पर खाना भेज रहे थे, जिसे मैं सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण स्वीकार नहीं कर सकी।’
- ‘महाराष्ट्र सरकार की शर्मनाक हरकत से मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए।’