नयी दिल्ली, 8 फरवरी (एजेंसी)
सरकार ने सोमवार को बताया कि अब तक 11 राफेल विमान भारत आ चुके हैं तथा मार्च तक 17 और ऐसे विमान भारत को मिल जाएंगे। यह जानकारी राज्यसभा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में दी। उन्होंने बताया, ‘अब तक 11 राफेल विमान भारत आ चुके हैं तथा मार्च तक 17 और ऐसे विमान भारत को मिल जाएंगे। अप्रैल 2022 तक भारत को पूरे राफेल मिल जाएंगे।’ रक्षा मंत्री ने बताया, ‘फ्रांस से राफेल को भारत के सुपुर्द किए जाने के बाद उन्हें वायु सेना में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय महत्व का आयोजन किया गया था। पहले भी खरीदे गए विमानों को वायु सेना में शामिल करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम हुए हैं लेकिन इस बार यह कार्यक्रम बड़ा था क्योंकि द्विपक्षीय वार्ता भी हुई थी। फ्रांसीसी पक्ष का नेतृत्व वहां के रक्षा मंत्री और भारतीय पक्ष का नेतृत्व मैंने किया था।’
भारतीय-अमेरिकी सैनिकों का संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू
बीकानेर (एजेंसी) : भारत और अमेरिका के सैनिकों का संयुक्त युद्धाभ्यास सोमवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, ‘युद्ध अभ्यास-20’ सोमवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। जहां 170 इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर मुकेश भानवाला ने अमेरिकी दल का स्वागत किया। इस संयुक्त अभ्यास में भाग लेने के लिए पहुंचे अमेरिकी दल में एक ब्रिगेड मुख्यालय तथा 2 बटालियन, 3 इन्फेंट्री रेजिमेंट, स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के 270 सैनिक हैं। यह 14 दिन का द्विपक्षीय युद्ध अभ्यास, संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में आतंकवाद निरोधक अभियानों पर केंद्रित रहेगा।
कार्यक्रम पर खर्च हुए 41.32 लाख रुपये
सरकार ने सोमवार को बताया कि पिछले साल 10 सितंबर को पांच राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए अंबाला वायुसेना स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम पर करीब 41 लाख रुपये खर्च हुए जिनमें 9.18 लाख रुपये का जीएसटी शामिल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया -पहले पांच राफेल विमानों को 10 सितंबर को भारतीय वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया। ऐसे आयोजन अकसर वायु सेना के स्थानीय संसाधनों के जरिये आयोजित किए जाते हैं। इस आयोजन में 9.18 लाख रुपये के जीएसटी सहित 41.32 लाख रुपये खर्च हुए। करीब 4 साल पहले भारत ने फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमान खरीदने के लिए एक समझौता किया था। दूसरी खेप में तीन नवंबर को तीन और तीसरी खेप में 27 जनवरी को तीन अन्य राफेल विमान भारत आए। रूस से सुखोई जेट विमानों की खरीद के 23 साल बाद राफेल के रूप में भारत ने लड़ाकू विमानों की बड़ी खरीद की है।