अमरावती, 25 जनवरी (एजेंसी)
आंध्र प्रदेश के चित्तूर गांव में माता-पिता ने अपनी दो बेटियों की हत्या इस उम्मीद में हत्या कर दी कि क्योंकि कलयुग सतयुग में बदलने वाला है और दैवीय शक्ति से कुछ घंटों में वे वापस जिंदा हो जाएंगी। पुलिस ने बताया कि लड़कियों के पिता ने रविवार रात अपनी बेटियों की हत्या करने के बाद खुद अपने एक सहकर्मी को फोन कर इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद, स्तब्ध सहकर्मी ने तुरंत पुलिस को वारदात की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने दम्पति को अवचेतन अवस्था में पाया।
मदनपल्ली के डीएसपी के अनुसार लड़कियों की मां ने दोनों की हत्या की। एक बेटी की हत्या से पहले उसका मुंडन भी किया गया था। पिता वहां खड़ा सब देख रहा था। छोटी बेटी को त्रिशूल से और बड़ी बेटी को डम्बल से मारा गया। आरोपी वी. पुरुषोत्तम नायडू (एमएससी, पीएचडी) मदनपल्ली में सरकारी महिला डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वह कॉलेज के उप प्रधानाचार्य भी हैं। उनकी पत्नी स्नातकोत्तर है, जो एक स्थानीय निजी स्कूल की प्रधानाचार्य हैं। बड़ी बेटी एलिकख्या (27) भोपाल में पढ़ती थी और छोटी बेटी साई दिव्या (22) एआर रहमान के केएम संगीत संरक्षिका में थी। कोरोना लॉकडाउन के बाद से दोनों अपने माता-पिता के साथ ही थीं।
डीएसपी ने कहा, ‘माता-पिता ने उनसे कहा कि एक दिन का इंतजार करें, उनकी बेटियां जीवित हो जाएंगी।’ पुलिस ने दम्पत्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं ‘फोरेंसिक टीमें’ आसपास के कैमरों की फुटेज की जांच कर यह पता लगाने कि कोशिश कर रही है कि क्या परिवार के अलावा कोई और इस वारदात में शामिल है।