नयी दिल्ली, 10 अक्तूबर (एजेंसी)
शीर्ष अफगान शांति वार्ताकार अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि तालिबान के साथ कोई भी शांति समझौता भारत समेत किसी भी देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक नहीं होगा और हानिकारक होना भी नहीं चाहिए। तालिबान के साथ वार्ता में शामिल होने या नहीं होने का फैसला नयी दिल्ली को करना है। हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकंसिलियेशन के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत ने अफगानिस्तान की मदद की है, अफगानिस्तान में योगदान दिया है। यह अफगानिस्तान का मित्र है।