मेरठ, 7 दिसंबर (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर दबथुआ गांव में मंगलवार को हुई रैली में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन की औपचारिक घोषणा की।
अखिलेश यादव ने रैली में जमा भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘इस समय का उत्साह बता रहा है कि वर्ष 2022 में बदलाव होगा। इस बार पश्चिम (उत्तर प्रदेश) में भाजपा का सूरज नहीं उगेगा। किसानों और युवाओं ने मिलकर भाजपा को भगाने का फैसला लिया कर लिया है।’
सपा प्रमुख ने कहा,‘उनका गठबंधन चाहता है कि किसानों को उनका हक मिले और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर ठोस फैसला हो। लेकिन भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है।’ अखिलेश यादव ने दावा किया कि गठबंधन, किसानों को उनका हक दिलाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। मान छीना है, भाजपा को जाना होगा।’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं। वे बस हमारे बीच खाई पैदा करते हैं।’ उन्होंने इसके साथ ही लोगों से चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजीत सिंह की विरासत को बचाने के लिए एकजुट होकर मतदान करने की अपील की।
वहीं, जयंत चौधरी ने गठबंधन के बारे में कहा, ‘अखिलेश जी और मैं एक साथ इस संबंध की घोषणा कर रहे हैं। हमारी डबल इंजन की सरकार का पहला काम शहीद किसानों का स्मारक बनाना होगा, जो चौधरी चरण सिंह की इस जमीन पर प्रदर्शन करने के दौरान मारे गए।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) औरंगजेब से शुरुआत करते हैं या जाते हैं कैराना। नौजवान मजदूर बनने को पलायन करता है। यह उन्हें दिखाई नहीं देता। बिजनौर में उद्घाटन करने के दौरान ही सड़क टूट गई।’