नयी दिल्ली, 5 फरवरी (एजेंसी)
इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन के तत्वावधान में 24 धार्मिक नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और बाद में कहा कि वे भारत में अंतरधार्मिक एकता का संदेश बाहरी दुनिया तक पहुंचाना चाहते हैं। प्रतिनिधिमंडल में सिख, जैन, ईसाई और पारसी समुदायों का प्रतिनिधियों के अलावा अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी और महाबोधि इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर के संस्थापक अध्यक्ष भिक्खू संघसेना शामिल थे।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, ‘आज संसद में धार्मिक नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मिलकर खुशी हुई। मैं हमारे देश के विकास को लेकर उनके दयालु शब्दों के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।’ प्रधानमंत्री ने बैठक की कुछ तस्वीरें भी साझा की। भारतीय सर्व धर्म संसद के गोस्वामी सुशील भी उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। इसके सदस्यों ने बैठक के बाद मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की। इलियासी ने कहा, ‘हम यह संदेश देना चाहते हैं कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है। हम भारत में रहते हैं और हम भारतीय हैं। हमें देश को मजबूत बनाना है। हमने यह संदेश भी दिया है कि हम सभी एकजुट हैं।’ संघसेना ने कहा कि नए संसद भवन का दौरा करना और प्रधानमंत्री मोदी तथा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ संक्षिप्त बातचीत करना ऐतिहासिक क्षण था।