नयी दिल्ली, 21 सितंबर (एजेंसी )
कांग्रेस ने 8 विपक्षी सदस्यों के निलंबन को अलोकतांत्रिक और एकतरफा करार दिया। पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘उन्हाेंने पीएमओ के आदेश पर विपक्षी दलों की आवाज दबाने और उसे घोंटने का काम किया है। यही वजह थी कि राज्यसभा में हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने नियमों के अनुरूप मतदान की मांग की थी, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘संसद में संविधान का और खेत खलिहान में किसान की आजीविका का गला घोंटा जा रहा है। मोदी जी के राजतंत्र को बचाने के लिए देश और संसद में प्रजातंत्र को खत्म किया जा रहा है, उसकी हत्या की जा रही है।’ सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या 62 करोड़ किसानों के भविष्य का फैसला करने वाले काले कानूनों पर मत विभाजन मांगना पाप या असंसदीय है? क्या मार्शल बुलाकर सांसदों को धक्के मारकर निकालना संसदीय प्रणाली है?
प्रदर्शन का ऐलान : कांग्रेस ने कहा कि वह कृषि विधेयकों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इन विधेयकों के खिलाफ किसानों के 2 करोड़ हस्ताक्षर जुटाने के लिए पार्टी अभियान चलाएगी।
* राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘पहले तो आवाज दबायी गयी, फिर सांसदों को निलंबित किया गया। कृषि संबंधी काले कानूनों के बारे में किसानों की चिंताओं पर आंखें मूंदकर लोकतांत्रिक भारत की आवाज को दबाने की कोशिश जारी है। इस अन्तर्यामी सरकार के अंतहीन घमंड ने पूरे देश को आर्थिक विपदा में झोंक दिया है।
* पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘किसानों के हितों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ने वाले 8 सांसदों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है। हम झुकने वाले नहीं हैं। हम इस तानाशाह सरकार के खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक लड़ेंगें।’