चुनावी दहलीज पर खड़े हमारे देश के सियासी पटल पर अब श्वेत-श्याम पत्रों का ‘खेल’ शुरू हो चुका है। बृहस्पतिवार को जहां भाजपा नीत केंद्र सरकार ने पूर्व की संप्रग सरकार की आर्थिक नीतियों के संबंध में लोकसभा में ‘श्वेत पत्र’ पेश किया, वहीं कांग्रेस ने इसके जवाब में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर विफलताओं का आरोप लगाया और एक ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया। दोनों ओर से एक-दूसरे पर आरोप जड़े गए।
निर्मला सीतारमण बोलीं विरासत में मिली थीं चुनौतियां
नयी दिल्ली, 8 फरवरी (एजेंसी)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक ‘श्वेत पत्र’ संसद में पेश किया। श्वेत पत्र में कहा गया है कि राजग सरकार ने संप्रग सरकार से विरासत में मिली चुनौतियों पर पिछले 10 वर्षों में सफलतापूर्वक काबू पाया है। साथ ही भारत को उच्च वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिए ‘कड़े फैसले’ किए हैं। कुल 59 पृष्ठ के ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ में कहा गया है कि जब 2014 में नरेन्द्र मोदी सरकार ने सत्ता संभाली, तो अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में थी, सार्वजनिक वित्त खराब स्थिति में था। साथ ही आर्थिक कुप्रबंधन, वित्तीय अनुशासनहीनता और व्यापक भ्रष्टाचार का बोलबाला था।
श्वेत पत्र के मुताबिक, संप्रग सरकार आर्थिक गतिविधियों को सुचारु रूप देने में बुरी तरह विफल रही। इसके बजाय संप्रग सरकार ने बाधाएं पैदा कीं, जिससे अर्थव्यवस्था पीछे रह गई। श्वेत पत्र में कहा गया कि मोदी सरकार ने व्यापक आर्थिक बेहतरी के लिए कठोर निर्णय लेने की जरूरत को समझा। इसके मुताबिक, ‘हमारी सरकार ने अपनी पिछली सरकार के विपरीत एक मजबूत ढांचा बनाने के साथ ही अर्थव्यवस्था की नींव में निवेश किया।’ इसमें मौजूदा दौर को कर्तव्य काल बताते हुए कहा गया कि मीलों चलना है और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है।
10 साल में हुआ सबके साथ अन्याय : कांग्रेस
नयी दिल्ली, 8 फरवरी (एजेंसी)
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर सबके साथ अन्याय का आरोप जड़ा है। साथ ही 10 साल की ‘विफलताओं’ को उजागर करने के मकसद से एक ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया। इसे ‘10 साल, अन्याय काल’ का नाम दिया गया है।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया और कहा कि देश को आजाद कराने वाली कांग्रेस 2024 में देश को भाजपा के ‘अन्याय के अंधकार’ से बाहर निकालेगी। खड़गे ने सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर उनकी विफलताएं छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी जब भी संसद में अपनी बात रखते हैं तो अपनी विफलताओं को छिपाते हैं।’ उन्होंने दावा किया कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, लेकिन मोदी सरकार इसकी बात कभी नहीं करती। ‘ब्लैक पेपर’ में कहा गया है कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ‘अन्याय’ हुआ है। ‘ब्लैक पेपर’ में कहा गया है, ‘मोदी सरकार महंगाई पर चुप है…पेट्रोल, डीजल और रोजमर्रा की जरूरी चीजों की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।’ वर्ष 2016 की नोटबंदी के कदम को ‘भूल’ करार देते हुए पार्टी ने कहा कि सात साल पहले की ‘विनाशकारी नोटबंदी’ के आर्थिक प्रभाव अब भी देश को परेशान कर रहे हैं।
आज देश पिछले 10 साल में समृद्धि के नए-नए शिखर पर पहुंच रहा है। एक भव्य-दिव्य वातावरण बना है, उसको नजर न लग जाए… इसलिए काला टीका करने का एक प्रयास हुआ है। … मैं स्वागत करता हूं। क्योंकि जब भी अच्छी बात होती है, नजर न लग जाए, इसलिए काला टीका बहुत जरूरी होता है। और उस पवित्र काम को और आपकी (खड़गे) उम्र के व्यक्ति से हो तो जरा अच्छा रहता है। तो मैं इसके लिए भी आपका आभार व्यक्त करता हूं।
– राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी