तपोवन, 15 फरवरी (एजेंसी)
उत्तराखंड की आपदा प्रभावित तपोवन सुरंग से सोमवार को 4 और शव मिले। पिछले 9 दिनों से फंसे 25-35 लोगों को बाहर निकालने के लिए सुरंग में सेना सहित विभिन्न एजेंसियों का संयुक्त अभियान चल रहा है। मलबे और गाद से भरी इस सुरंग से अब तक 9 शव निकाले जा चुके हैं। चमोली जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्रों से कुल 55 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 149 लोग अभी लापता हैं।
तपोवन सुरंग के बाहर मौजूद कई लोगों को अब भी अपने प्रियजनों को जीवित देखने की आस है। वहीं कुछ लोगों का विश्वास डगमगाने लगा है। तपोवन बैराज साइट पर सुरंग से लेकर बाजार तक मातम छाया है और मायूस चेहरे दिखाई दे रहे हैं। सोनी गांव निवासी इलेक्ट्रीशियन सतेश्वर पुरोहित के पिता और ससुर पिछले 7 दिनों से तपोवन में उसके जीवित लौटने की आस में यहां बैठे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भगवान पर पूरा भरोसा है कि उनका बेटा जरूर लौटेगा। सतेश्वर की 2 पुत्रियां हैं, जिनमें एक अभी डेढ़ साल की है। पत्नी आशंकित है, लेकिन रिश्तेदारों के दिलासे से उनमें सतेश्वर के लौटने का विश्वास बना हुआ है।
वहीं, चमोली जिले के मसोली गांव के सत्यपाल सिंह का शव मिलने के साथ ही उनके परिवार की उम्मीदों ने दम तोड़ दिया। उनके भाई और कई रिश्तेदार घटना वाले दिन से ही तपोवन में हैं। बड़े भाई शिशुपाल सिंह ने कहा कि अब शव के साथ गांव जाना पड़ेगा, यह असहनीय है। जम्मू के जीतेन्द्र के परिजन भी पिछले 4-5 दिनों से जोशीमठ और तपोवन के चक्कर काट रहे थे, रविवार को उसका शव बरामद हुआ।