चंडीगढ़, 9 नवंबर (ट्रिन्यू)
Canada News: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पहली बार कनाडा में खालिस्तानी समर्थन के आधार को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। ओटावा के संसद हिल पर दिवाली उत्सव के दौरान एक बयान में ट्रूडो ने कहा, “कनाडा में खालिस्तान के समर्थक हैं, लेकिन वे पूरे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते।”
ट्रूडो ने इस बयान में खालिस्तानी तत्वों की मौजूदगी को जरूर माना, लेकिन तुरंत यह भी कहा कि वे सिख समुदाय के सम्पूर्ण विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में ब्रैम्पटन स्थित एक मंदिर में खालिस्तानी कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू-कनाडाई श्रद्धालुओं पर हमले के बाद कनाडा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए।
Celebrating Diwali and Bandi Chhor Divas reminds us of our strength and unity. “Those inciting violence and hatred do not represent the Sikh or Hindu communities in Canada,” said PM Justin Trudeau. Let’s stand together against hate and support an inclusive Canada. pic.twitter.com/ecMHEqkf0n
— Sonia Sidhu (@SoniaLiberal) November 6, 2024
घटना के बाद प्रधानमंत्री ट्रूडो ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि प्रत्येक कनाडाई को अपनी आस्था का पालन स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से करने का अधिकार है। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई और समुदाय की सुरक्षा के लिए धन्यवाद दिया। इस घटना की भारत ने भी कड़ी निंदा की और मांग की कि हिंसा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर “गहराई से चिंतित” है। भारत और कनाडा के बीच संबंध पिछले साल सितंबर से तनावपूर्ण बने हुए हैं, जब प्रधानमंत्री ट्रूडो ने खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की “संभावित संलिप्तता” का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने “बेतुका” बताकर खारिज कर दिया था। भारत का कहना है कि दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा कनाडा में खुलेआम खालिस्तानी तत्वों को पनाह देना है।
ट्रूडो की इस स्वीकारोक्ति के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, और इसे लेकर दुनियाभर में प्रतिक्रियाएं आई हैं, जिसमें कनाडा के कई नेताओं ने भी निंदा की है। ट्रूडो पर बार-बार आरोप लगता रहा है कि वे कथित “वोट बैंक” के लिए अप्रवासन को बढ़ावा दे रहे हैं।