रांची, 31 जनवरी (एजेंसी)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्डि्रंग के आरोप में सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद बुधवार देर रात झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। अपनी गिरफ्तारी से पहले, सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया और फिर उन्हें यहां ईडी कार्यालय ले जाया गया। सूत्रों ने दावा किया कि 48 वर्षीय सोरेन पूछताछ के दौरान अपने जवाबों में ‘गोल-मोल’ थे। सूत्रों ने कहा कि उम्मीद है कि ईडी सोरेन को यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश करेगी और एजेंसी पूछताछ के लिए उनके रिमांड की मांग करेगी।
उधर, झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा सर्वसम्मति से अपना नेता चुना गया। झामुमो विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि हमने नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया है, हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है। चंपई ने अलग राज्य के रूप में झारखंड के गठन के लिए आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। चंपई सोरेन को झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का वफादार माना जाता है। नवंबर 1956 में झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोरा गांव में जन्मे चंपई सोरेन मैट्रिक पास हैं और सात बच्चों के पिता हैं। वह एक किसान के बेटे हैं और उनका हेमंत सोरेन परिवार से कोई संबंध नहीं।
ईडी अधिकारियों पर दर्ज कराई एफआईआर हेमंत सोरेन ने यहां एससी/एसटी पुलिस थाने में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वरिष्ठ कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि हेमंत सोरेन की िशकायत पर ईडी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।