नयी दिल्ली, 31 जुलाई (एजेंसी)प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भारतीय पुलिस सेवा आईपीएस प्रोबेशनर्स से कहा कि उनके प्रत्येक कार्य में ‘राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम’ की भावना दिखनी चाहिए और उन्हें लोगों की पुलिस को लेकर नकारात्मक धारणा को बदलने के लिए भी काम करना चाहिए। मोदी ने आईपीएस प्रोबेशनर्स से अनुरोध किया कि वे फील्ड में रहते हुए जो भी फैसले लें, उसमें देशहित होना चाहिए और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आपको हमेशा याद रखना है कि आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत के भी ध्वजवाहक हैं।’ प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में आईपीएस परिवीक्षार्थियों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इसलिए आपके हर कार्य में राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना दिखनी चाहिए।” मोदी ने कहा कि लोगों के बीच पुलिस की नकारात्मक धारणा अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की शुरुआत के दौरान यह धारणा थोड़ी बदली जब लोगों ने पुलिसकर्मियों को मदद करते हुए देखा, लेकिन हालात अब फिर से पुरानी धारणा वाले हो गए हैं। मोदी ने कहा कि पुलिस बल में आ रही नयी पीढ़ी की यह जिम्मेदारी है कि वह इस छवि को बदले और पुलिस को लेकर नकारात्मक धारणा दूर हो जाए। मोदी ने कार्यक्रम के दौरान परिवीक्षार्थियों से भी बातचीत की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। हैदराबाद स्थित यह अकादमी देश में पुलिस प्रशिक्षण का प्रमुख संस्थान है। यह शुरुआती स्तर पर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षण देती है।