नयी दिल्ली, 15 सितंबर (एजेंसी)
कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू और शिवसेना के एक विधायक की विवादित टिप्पणियों को लेकर सोमवार को कहा कि राहुल गांधी के बारे में हिंसात्मक बातें करने वाले लोग असल आतंकी हैं और इनकी जगह जेल में होनी चाहिए।
पार्टी के सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि यदि इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो यह पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रहा है।
इस देश के नेता विपक्ष के लिए जिन हिंसक शब्दों का प्रयोग BJP के नेता कर रहे हैं वह ख़तरनाक हैं. बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
अगर नरेंद्र मोदी और अमित शाह इन लोगों के खिलाफ एक्शन नहीं लेते हैं तो साफ है- ये उनके इशारों पर ही किया जा रहा है
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 16, 2024
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हाल की अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा सिखों के संबंध में की गयी टिप्पणी को लेकर रविवार को उन्हें देश का सबसे बड़ा दुश्मन और आतंकवादी बताया था। शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने भी विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि वह आरक्षण व्यवस्था पर की गई टिप्पणियों के लिए राहुल गांधी की जीभ काटने वाले व्यक्ति को 11 लाख रुपये देंगे।
इन टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘पांच बार के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के बारे में जिन शब्दों का इस्तेमाल भाजपा और उसके सहयोगी दल कर रहे हैं, उसको लेकर सवाल है कि इसके पीछे कौन है? ये सारे नफरती चिंटू इस तरह की बात कैसे कर पा रहे हैं। असल आतंकी ये हैं, इनकी जगह जेल में है। ये जेल कब जाएंगे?’
बिट्टू पर कटाक्ष करते हुए सुप्रिया ने कहा, ‘जिसकी राजनीति राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमकर चमकी, वो इस तरह की बात करता है तो शर्म आती है। जब आप कांग्रेस के सगे नहीं हुए तो भाजपा में आप पर भरोसा कौन करेगा। इसलिए आप इस तरह की बात करेंगे।’
एक राष्ट्र, एक चुनाव शिगूफा
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ व्यवहारिक नहीं है, क्योंकि कई विधानसभाएं हैं, जिन्हें भंग नहीं किया जा सकता है। सुप्रिया ने कहा कि असलियत में यह शिगूफा है जो इस बात की थाह लेने के लिए छोड़ा गया है कि इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है। सूत्रों ने रविवार को कहा था कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार अपने मौजूदा कार्यकाल में ही ‘एक देश, एक चुनाव’ व्यवस्था लागू करेगी और उसे भरोसा है कि इस सुधार को सभी दलों का समर्थन मिलेगा।