प्रयागराज, 3 नवंबर (एजेंसी)
महाकुंभ मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार अमृत कलश के दर्शन होंगे। इलाहाबाद संग्रहालय ने महाकुंभ के दौरान कलश से टपकती अमृत की बूंद के दृश्य को प्रतिकृति के रूप में प्रदर्शित करने की तैयारी की है। इलाहाबाद संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के दौरान संग्रहालय की तरफ से स्थापित अमृत कलश देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा और इसे कुंभ श्रद्धालुओं के लिए ‘सेल्फी प्वाइंट’ के तौर पर विकसित किए जाने की योजना है। मिश्रा ने बताया कि भारतीय कला और संस्कृति को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित करने के लिए मेला प्रशासन से लगभग 12 हजार वर्ग फुट जमीन देने की मांग की गई है। संग्रहालय इस प्रदर्शनी में 90 साल की क्रांति (आजादी की लड़ाई) को जीवंत रूप देगा।
जूना अखाड़ा के साधु-संतों ने किया नगर प्रवेश
प्रयागराज (एजेंसी) : तेरह अखाड़ों में सबसे बड़े श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के साधु-संतों ने गाजे-बाजे के साथ प्रयागराज नगर में प्रवेश किया। नगर प्रवेश झूंसी के रामापुर से प्रारंभ होकर यमुना नदी के तट पर स्थित श्री मौज गिरि आश्रम में संपन्न हुआ। जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि इस नगर प्रवेश में विभिन्न प्रांतों से करीब एक हजार साधु संत आए हैं, जो दत्तात्रेय जयंती तक मौज गिरि आश्रम में प्रवास करेंगे।