नयी दिल्ली, 27 जून (एजेंसी)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को संविधान के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता जताते हुए देश में 1975 में लागू आपातकाल की निंदा की और इसे संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय बताया। उन्होंने परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने की हालिया घटनाओं की जांच कराने और दोषियों को सजा दिलाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि आगामी आम बजट में कई ऐतिहासिक कदम उठाये जाएंगे एवं प्रमुख आर्थिक निर्णय लिए जाएंगे। राष्ट्रपति ने अपने 55 मिनट के अभिभाषण में कहा कि देश में संविधान लागू होने के बाद भी संविधान पर अनेक बार हमले हुए।
18वीं लोकसभा में पहली बार संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि उनकी सरकार देश के युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने में सक्षम बनाने के लिए माहौल तैयार करने का काम कर रही है। जिस वक्त वह शिक्षा के मोर्चे पर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र कर रही थीं, उस वक्त विपक्ष के कुछ सदस्यों को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में कथित अनियमितताओं को लेकर नारे लगाते सुना गया।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, पिछले 10 साल में 8 प्रतिशत की दर से औसत विकास हुआ है जबकि यह कोई सामान्य काल नहीं था। उन्होंने कहा,’अकेले भारत ने वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान दिया है। मेरी सरकार भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।’
70 से अधिक उम्र के बुजुर्गों का भी अब मुफ्त इलाज
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश में 25 हजार जन औषधि केंद्रों को खोलने का काम भी तेजी से चल रहा है। मुर्मू ने कहा कि सरकार 55 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि योग और आयुष को बढ़ावा देकर भारत एक स्वस्थ विश्व के निर्माण में मदद कर रहा है।
राष्ट्रपति से ‘झूठ बुलवाकर’ वाहवाही लूटने में लगे मोदी : खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के ‘मोदी सरकार लिखित’ अभिभाषण को सुनकर ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। खड़गे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति से ‘झूठ बुलवाकर’ वाहवाही लूटने की कोशिश कर रहे हैं।
संसद में लगे ‘जय श्री राम’ ‘जय संविधान’ के नारे
अभिभाषण समाप्त होने के बाद सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के तो विपक्षी सदस्यों ने ‘जय संविधान’ के नारे लगाए। राष्ट्रपति के सदन से जाने के बाद कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों के नेता सोनिया गांधी के पास गए और उनसे बातचीत की। राजद की मीसा भारती ने पैर छूकर उन्हें प्रणाम किया। टीएमसी की महुआ मोइत्रा और डेरेक को भी सोनिया गांधी से बातचीत करते देखा गया।
बिरला से मिले राहुल, आपातकाल का उल्लेख करने पर जतायी आपत्ति
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन के अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और उनके द्वारा सदन के भीतर आपातकाल का उल्लेख किए जाने को लेकर यह कहते हुए आपत्ति दर्ज कराई कि यह कदम राजनीतिक था और इससे बचा जा सकता था। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संसद भवन में बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिस दौरान गांधी ने सदन में अध्यक्ष द्वारा आपातकाल का उल्लेख किए जाने का मुद्दा भी उठाया।
राष्ट्रपति ने पढ़ी ‘सरकार की पटकथा’, आज ‘अघोषित आपातकाल’ : विपक्ष
विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए अभिभाषण को ‘सरकार द्वारा दी गई और झूठ पर आधारित पटकथा’ करार दिया और कहा कि सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए।