नयी दिल्ली, 20 अगस्त (एजेंसी)
देश में बने जाइडस केडिला के कोविड टीके जोइकोव-डी को भारत के औषधि महानियंत्रक से आपात इस्तेमाल के लिये मंजूरी मिल गयी है। इस टीके को 12 साल व इससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जा सकता है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। विभाग ने बताया कि डीएनए आधारित कोरोना वायरसरोधी दुनिया का पहला टीका है।
इसके अनुसार टीके की 3 खुराक दिए जाने पर यह सार्स-सीओवी -2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन का उत्पादन करता है जो बीमारी तथा वायरस से सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने यह भी कहा कि ‘प्लग-एंड-प्ले’ तकनीक जिस पर ‘प्लाज्मिड डीएनए प्लेटफॉर्म’ आधारित है, वायरस में उत्परिवर्तन से भी आसानी से निपटती है।
इसने कहा, ‘भारत के औषधि महानियंत्रक से जाइडस केडिला के टीके जाइकोव-डी को 20 अगस्त को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गयी है। कोविड-19 रोधी यह दुनिया का पहला और देश में विकसित ऐसा टीका है जो डीएनए पर आधारित है।
इसे 12 साल की उम्र के अधिक के किशारों एवं वयस्कों को दिया जा सकता है। विभाग ने कहा कि इस टीके को मिशन कोविड सुरक्षा के तहत डीबीटी के साथ मिल कर विकसित किया गया है।
36,571 नए केस, 540 की गई जान
देश में कोरोना वायरस के 36,571 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामले 3,23,58,829 हो गए है, जबकि इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की दर 97.54 % हो गयी जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि गत 24 घंटे में 540 और लोगों की जान संक्रमण के चलते गई। देश में जिन 540 लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 197 की मौत केरल और 154 की महाराष्ट्र में हुई। उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,63,605 हो गयी जो 150 दिनों में सबसे कम है तथा संक्रमण के कुल मामलों का 1.12 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह तक देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीके की 57.22 करोड़ खुराक दी गयी है।