नयी दिल्ली, 14 मार्च (एजेंसी)
राज्यसभा में सोमवार को वाम दल और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) के जमा पर ब्याज दर में कटौती का मुद्दा उठाने का प्रयास किया, हालांकि सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर चार पूर्व सदस्यों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इसके बाद सभापति ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। तभी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य विनय विश्वम तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफओ ब्याज दर में कटौती के प्रस्ताव का मुद्दा उठाना चाहा।
ईपीएफओ पर ब्याज दर 8.5 प्रतिशत से घटा कर 8.1 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है जो बीते चार दशक में इपीएफओ की सबसे कम ब्याज दर है। नायडू ने सदस्यों को इसकी अनुमति न देते हुए कहा कि यह मुद्दा उठाने के लिए उन्हें पहले नोटिस देना चाहिए था। उन्होंने कहा ‘इसके लिए मुझे लिखिए। अनुरोध भेजिये।’