नयी दिल्ली, 27 मई (एजेंसी)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर में किसी आतंकवादी या पथराव करने वाले व्यक्ति के परिजनों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। हालांकि, गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ऐसे मामलों को अपवाद स्वरूप लेगी जब किसी परिवार से कोई व्यक्ति खुद आगे आकर अधिकारियों को सूचित करता है कि उसका कोई करीबी रिश्तेदार किसी आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों को राहत दी जाएगी।
शाह ने एक साक्षात्कार में कहा, नरेंद्र मोदी सरकार ने न केवल आतंकवादियों को निशाना बनाया है, बल्कि आतंकी ढांचे को भी समाप्त कर दिया है, जिससे देश में आतंकी घटनाओं में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा, हमने एनआईए के माध्यम से आतंकवाद की फंडिंग के खिलाफ मजबूत कार्रवाई की है और इसे समाप्त कर दिया है। हमने टेरर फंडिंग पर बहुत सख्त रुख अपनाया है।
कथित खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के मामले को लेकर शाह ने कहा, ‘हमने उसे एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत जेल में डाल दिया है।’
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