जम्मू, 19 अक्तूबर (हप्र)
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से ईडी द्वारा पूछताछ करने पर नेकां समेत राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार गुपकार घोषणा का बदला लेने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रही है।
दरअसल, जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में करोड़ों के घोटाले में फारूक अब्दुल्ला से ईडी ने एक बार फिर पूछताछ की है। फारूक अब्दुल्ला उस समय जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान थे।
सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने फारूक अब्दुल्ला को एक बार फिर पूछताछ के लिए अपने कार्यालय में बुलाया। इसके बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं सहित पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को बदले की कार्रवाई करार दिया। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गुपकार घोषणा पत्र के बाद बने पीपुल्स अलायंस के बाद ही केंद्र सरकार ने उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला के खिलाफ राजनीति से प्रेरित होकर कार्रवाई की।
‘विशेष दर्जा बहाली का संकल्प जारी रहेगा’
श्रीनगर (एजेंसी) : ईडी द्वारा घंटों की गई पूछताछ के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने का उनका संकल्प जारी रहेगा। करीब 7 घंटे तक ईडी के कार्यालय में रहने के बाद 82 वर्षीय अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा, ‘ एक बात याद रखिए, हमें लंबा सफर तय करना है। यह लंबी लड़ाई है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई जारी रहेगी चाहे फारूक अब्दुल्ला जिंदा रहे या उसकी मौत हो जाए।’ ईडी की पूछताछ के बाद खिन्न दिखे अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं चिंतित नहीं हूं। मैं चिंतित क्यों हूं? मुझे बस इस बात का खेद है कि मैं दोपहर का भोजन नहीं कर सका।’